अमृत सरोवर योजना से 75 तालाबों का होगा सौंदर्यकरण: सीडीओ

-सीडीओ ने ब्लॉक भोजपुर का औचक निरीक्षण कर विकास कार्यों की ली समीक्षा

गाजियाबाद। जनपद के विकास कार्यक्रमों में गतिशीलता लाने एवं सरकार की योजनाओं का पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शनिवार को ब्लॉक भोजपुर का औचक निरीक्षण कर विकास कार्यों की समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ब्लॉक भोजपुर में विशेष बैठक का आयोजन किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी पटलों का निरीक्षण किया एवं फाइलो के रख-रखाव के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कार्यालय परिसर एवं आस-पास की साफ-सफाई के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सीडीओ कहा कि हर ग्राम पंचायत का विकास कराना हमारा प्रथम कर्तव्य है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर ग्राम सभा को स्वच्छ बनाना विकास कार्यों में गति लाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए।

उन्होंने निर्देशित किया कि विकास कार्यों को तेजी के साथ काम करवाएं। जिससे सभी ग्रामसभा वासियों को उसका लाभ मिल सकें। जिससे सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंच सके। इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्राम भटजन पलोता विकास खंड भोजपुर स्तिथ अमृत सरोवर का निरीक्षण भी किया गया। जल संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत 22 अप्रैल को शुरू किए गए अमृत सरोवर योजना से जिले के 75 तालाबों के दिन बदलेंगे, इनका सुंदरीकरण किया जाएगा। इससे एक तरफ जहां भूजल स्तर को गिरने से रोकने में मदद मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ शहर में 75 नए पर्यटन स्थल भी तैयार होंगे। इन तालाबों में नौकायन भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में एक एकड़ से अधिक भूमि के 75 तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य कराया जाएगा।

इन तालाबों के सुंदरीकरण की जिम्मेदारी जिला पंचायत, ग्राम पंचायत, नगर निगम और नगर निकाय के अधिकारियों को भी सौंपी जाएगी। 15 अगस्त तक 20 प्रतिशत कार्य प्रत्येक तालाब पर कर लिया जाएगा, जिससे जल संरक्षण हो सके। पक्का तालाब और उस्मानगढ़ी स्थित तालाब का होगा सुंदरीकरण: सीडीओ ने बताया कि शहर के सबसे पुराने तालाबों में से एक पक्का तालाब का सुंदरीकरण कराया जाएगा। इसके साथ ही उस्मानगढ़ी में हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा कब्जामुक्त कराई गई तालाब की भूमि पर भी तालाब विकसित करने का कार्य किया जाएगा। इस मौके पर परियोजना निदेशक डीआरडीए पीएन दीक्षित एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।