जब तक प्रदेश में सरकार, तब तक हर बच्चे का भविष्य संवोरगी भाजपा: वीके सिंह

-मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 130 बच्चों को मिले लैपटॉप

गाजियाबाद। कोविड-19 के संक्रमण की वजह से अपने माता-पिता एवं माता-पिता दोनों को खो देने (मृत्यु) के कारण प्रभावित बच्चों की शिक्षा एवं पोषण के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत शुक्रवार को जनपद के 130 बालक एवं बालिका को लैपटॉप वितरित किए गए। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं सीडीओ अस्मिता लाल की मौजूदगी में 130 बालक एवं बालिका को लैपटॉप वितरित किए। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि 130 बालक एवं बालिका को लैपटॉप वितरित किए गए। ताकि यह बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। वहीं, 25 बच्चों को 25 हजार रुपए का ड्राफ्ट भी दिए गए। डिजीज शक्ति योजना अंतर्गत 10 बच्चों को टैबलेट वितरित किए गए। उन्होंने कहा जब तक प्रदेश में सरकार है तो कोई भी बच्चा अनाथ नहीं हो सकता है। माता-पिता के प्रेम से वंचित हर एक बच्चे के समुचित लालन-पालन, भरण-पोषण, शिक्षा और सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी सरकार की है और यह काम पूरी जिम्मेदारी से किया जाएगा।केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह एवं जिलाधिकारी ने विकास भवन परिसर के सामने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना एवं पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत स्थापित किए गए बेटी के आकार के जेनेसिस स्क्ल्प्चर का फीता काटकर लोकार्पण किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में प्रभावित बच्चों की शिक्षा एवं पोषण के लिए संचालित उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कक्षा 9 या इससे ऊपर की कक्षा में पढ़ रहे 18 वर्ष तक की आयु के 130 बालक एवं बालिका को लैपटॉप वितरित किए गए। जनपद में डिजी शक्ति योजना के तहत 72 हजार से अधिक पात्र विद्यार्थियों का चयन किया गया। इन्हेंशिक्षण संस्थानों के माध्यम से टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार जनपद में जन्म के समय 1000 बालकों की तुलना में बालिकाओं की संख्या 1184 पाई गई है। जनपदवासियों की इस उपलब्धि को यादगार बनाने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत जेनेसिस स्कल्प्चर स्थापित किया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जनपद में रेश्यों बढ़ रहा है। यह बालिकाओं और उनके गौरन्वित माता-पिता को समर्पित है। इस दौरान सीडीओ अस्मिता लाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चन्द्र, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रजनीश पांडेय आदि मौजूद रहे।