भाजपा पार्षद ने मेयर से कहा खिला दो सल्फास या ले लो इस्तीफा

पार्षद ने उठाया फाइल गायब होने का मुद्दा

गाजियाबाद। सूर्य नगर से भाजपा पार्षद एसके महेश्वरी ने नगर निगम में फाइल होने एवं इंजीनियरों की मनमानी का मुद्दा उठाया। पार्षद ने कहा कि उसके क्षेत्र में काम नहीं हो रहे हैं और दुखद बात यह है कि नगर आयुक्त से फाइल स्वीकृत होने के बाद वह गायब हो जाती हैं। कई फाइलें नगर आयुक्त से स्वीकृत होने के बावजूद टेंडर में नहीं लगते और गायब कर दी जाती है। तमाम प्रयास कर लिए जाएं लेकिन वह फाइलें नहीं मिलती है। एसके महेश्वरी ने डेल्टा कॉलोनी में दूषित पेयजल आपूर्ति का भी मुद्दा उठाया। जलकल विभाग के जेई सोमेंद्र पर आरोप लगाते हुए पार्षद ने कहा कि वाह मनमानी करता है एवं शिकायतों को लेकर कभी भी गंभीरता नहीं दिखाता है। व्यथित पार्षद ने मेयर के सामने बोर्ड बैठक के दौरान कहा कि यदि यही हाल रहा तो वह सल्फास खा कर जान देने को भी तैयार हैं। भाजपा पार्षद ने मेयर से कहा कि सल्फास मंगा कर खिला दो या फिर मेरा इस्तीफा ले लो।
भाजपा पार्षद ने कहा कि ब्रिज विहार एवं चंद्र नगर सहित डेल्टा कॉलोनी में दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस बारे में जेई सोमेंद्र को बताया गया। यहां पर 50 से 100 मीटर पाइप चेंज होना है। लेकिन जेई इस समस्या को सुनने को तैयार नहीं है। इसका नतीजा है कि लोग दूषित पेयजल पीने को मजबूर हैं और इसका उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
ब्रिजविहार नाले की समस्या को उठाते हुए भाजपा पार्षद ने कहा कि यहां पर किसी को भी पता ही नहीं है कि उसे क्या करना है। ब्रिज बिहार नाले को लेकर सबसे पहले पॉइंट ऑफ रिफरेंस तय किए जाएं। फिर डीपीआर बनवाने पर काम किया जाये। पार्षद की इस बात पर सहमति जताते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि एक-दो दिन में कंसलटेंट आएंगे। वास्तविक स्थिति देखने और पॉइंट ऑफ रिफरेंस तय होने के बाद ही डीपीआर बनवाया जाएगा। महेश्वरी ने नगर निगम के कामकाज में व्यवधान पैदा करने और अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव डालने वाले पार्षदों एवं नेताओं को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग क्षेत्र में काम करवाने से अधिक अपने अन्य बातों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। महेश्वरी ने इस बार खुलकर तो नहीं कहा लेकिन उनका इशारा कहीं ना कहीं जनप्रतिनिधियों के भ्रष्टाचार की तरफ था। पूर्व में भी वह राजनैतिक एवं जनप्रतिनिधियों के भ्रष्टाचार को उठाते रहे हैं और पिछली बोर्ड बैठक में राजनैतिक भ्रष्टाचार को लेकर जबरदस्त हल्ला बोला था। भाजपा पार्षद ने कहा कि अधिकारी इमानदारी से अपना काम करें और जनप्रतिनिधि भी इस बात का ध्यान रखें कि उनका उद्देश्य क्षेत्र का विकास और क्षेत्रवासियों के भलाई के लिए काम करना है। बिना किसी नेता का नाम लेते हुए एसके महेश्वरी ने कहा कि फर्जी नेताओं की भरमार हो गई है।फर्जी नेताओं में झूठा श्रेय लेने में कोई कमीं नहीं है। विशेषकर नाला पार तो फर्जी नेताओं की बहुत बड़ी भीड़ है। ऐसे लोग विकास कार्यों में व्यवधान पैदा करते हैं। एसके महेश्वरी की छवि नगर निगम के इमानदार पार्षदों की है और काम को लेकर वह हमेशा सजग रहते हैं। माहेश्वरी को गाजियाबाद नगर निगम के ऐसे पार्षद के रूप में जाना जाता है जिन्होंने सबसे पहले पार्षदों के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था और वह इस मामले पर अक्सर मुखर रहते हैं। पार्षद ने नगर निगम में फाइल गायब होने और अधिकारियों द्वारा समस्याओं की अनदेखी किए जाने पर भी रोष व्यक्त किया।