गंगा सागर द्वीप से शुरू हुर्ई परिवर्तन यात्रा

काकद्वीप के इंदिरा मैदान में 18 फरवरी को पहुंचेंगे गृहमंत्री अमित शाह

कोलकाता। गंगा सागर स्थित भगवान कपिल मुनि आश्रम से भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरू हुर्ई। परिवर्तन यात्रा में गंगा सागर द्वीप में हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ प्रारंभ हुई। आगामी 18 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विशाल रैली को काकद्वीप के इंदिरा मैदान से संबोधित करेंगे। मथुरापुर लोकसभा के अन्य विधान सभा क्षेत्रों से लाखों की तादात में लोग कोलकाता पहुंचेगे। गृहमंत्री के लिए भाजपार्ईयों ने सोमवार को द्वीप सागर से जल भरते हुए यात्रा प्रारंभ की।
गंगा सागर क्षेत्र में मथुरापुर लोकसभा पश्चिम बंगाल (गंगा सागर क्षेत्र) के प्रवासी प्रभारी मान सिंह गोस्वामी ने बताया कि काकद्वीप में गृह मंत्री की प्रस्तावित रैली की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनता ममता बनर्जी सरकार से नाराज है और भाजपा के साथ जुड़ रहे हैं, इससे साफ हो रहा है कि इस बार पश्चिम बंगाल में परिवर्तन को इस बार कोई रोक नहीं पाएगा। मानसिंह गोस्वामी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के आगामी विधान सभा चुनाव में वहां की जनता लोकतांत्रिक तरीके से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार को करारा जवाब देगी और यहां कमल खिलेगा। उन्होंने बताया कि गंगा सागर द्वीप से लाए गए जल को विशाल रैली के दौरान गृह मंत्री अमित शाह को सौंपा जाएगा। मान सिंह गोस्वामी ने को पथरप्रतिमा-130, काकद्वीप-131, सागर-132, कुलपी-133, रायदीघी-134, मन्दिरबाजार-135 और मगरहाट पश्चिम-142 सहित सात विधानसभा क्षेत्र के प्रवासी प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें उन्होने सभी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की जीत निश्चित करने का दावा किया है। उन्होने कहा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 फरवरी को दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप से भाजपा की परिवर्तन रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। जिसके बाद भारत सेवाश्रम संघ जाएंगे, इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह गंगासागर में कपिल मुनि आश्रम भी जाने की संभावना है। इसके बाद पार्टी की सोशल मीडिया स्वयंसेवकों के साथ बैठक करेंगे। मान सिंह गोस्वामी नेे ममता सरकार पर तंज कसते हुुए कहा कि आदिवासियों के साथ नाचगान करके उनकी तकलीफों को दूर नहीं किया जा सकता। असलियत यही है कि यह मुख्यमंत्री सपनों की दुनियां में रहती हैं और जबरन लोगों को उत्सव मनाने का दबाव देती हैं। इस सरकार ने एक भी विकास का काम नहीं किया और न ही करेगी। उन्होंने बंगाल के लोगों को गरीब बना दिया है इसलिए 80 प्रतिशत लोगों को दो रुपये किलो वाला चावल खिलाया गया है। एक समय था, जब बंगाल में 70-72 के आसपास लंगर चल रहा था। लोग खाना नहीं खा सकते थे इसलिए लंगर चल रहा था। आज बंगाल के आम लोगों के पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं। कोई कमाई नहीं इसलिए पांच रुपये में खाना खिलाना पड़ रहा है।