बृज विहार नाले का 10 करोड़ की लागत से होगा जीणोद्धार: मेयर

-मेयर, नगर आयुक्त और विधायक ने किया बृज विहार नाले के जीणोद्धार का उद्घाटन

गाजियाबाद। वार्ड-78 बृज विहार के मुख्य नाले के जीणोद्धार का मेयर आशा शर्मा, नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा ने संयुक्त रूप से 10 करोड़ की लागत से कार्य का उद्घाटन किया। 2 चरणों मे कार्य पूर्ण किया जाएगा, लगभग 25 वर्षो से उक्त नाले के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या से स्थानीय लोग जूझ रहे थे। पूर्व में भी स्थानीय लोगों मेयर से मुलाकात कर संबधित समस्या से अवगत कराया था। साथ ही नाले से निकलने वाली मिथेन गैस के कारण स्थानीय महिलाओं की जेवर एवं अन्य सामान भी खराब हो रहे थे। जिसको लेकर मेयर ने इस नाले को नई जीणोद्धार का निर्णय लिया। लेकिन बहुत लंबे समय तक कोई निष्कर्ष नही निकला। मेयर ने 10 करोड़ का बजट पास कर, नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर ने उक्त नाले के विषय पर गहनता से कार्य किया। मेयर ने बताया कि यह समस्या के समाधान के लिए बहुत लंबे समय से कार्यरत थे। लाखों लोग इस नाले की परेशानी से जूझ रहे है। स्थानी पार्षद हमेशा इस नाले को लेकर परेशान रहते थे, लेकिन सभी की परेशानी अब दूर होगी, अपने कार्य से पहले ही इस नाले का जीणोद्धार होगा। स्थानीय लोग भाजपा के शासन को याद रखें, इस नाले का कार्य 2 चरणों मे होगा और जल्द ही यह कि जनता को इस नाले की समस्या से निजात मिलेगी।विधायक सुनील शर्मा बताया कि इस नाले की समस्या बहुत लंबे समय से चल रही है। लेकिन मेयर के प्रयास से यह समस्या अब समाप्त होने जा रही है। बरसात के मौसम में स्थानीय लोगो को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है, घरो में पानी भर जाता है लेकिन अब इससे निजात मिलेगी।
नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि उक्त नाले को लेकर मेय ने बस एक ही बात कही कि उक्त नाले की समस्या का समाधान किया जाए। चाहे कुछ भी हो, इसी विचार को लेकर हमने उक्त नाले पर कार्य कर कार्य प्रारंभ कराया है।

2 चरणों मे होगा नाले का जीणोद्धार
कार्यक्रम में स्थित लोगो को मेयर ने बताया कि 2 चरणों में नाले का कार्य किया जाएगा जिसकी रूप रेखा नोडल अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार ने तैयार की हुई है। डॉ मिथलेश कुमार बताया गया कि एग्रोटेक इंडिया कम्पनी की टीम क्लीन द्वारा किया जाएगा।प्रथम चरण में परियोजना क्षेत्र का सर्वेक्षण/अनुसंधान। चयनीत महत्वपूर्ण क्षेत्रो में ठोस मलबे से मुख्य नाले की यांत्रिक सफाई। शुष्क मौसम के दौरान गंध हटाने के लिए मुख्य नहर पर अपशिष्ट जल उपचार प्रोधोगिकी प्रणाली/उपकरण की स्थापना। पहचान किए गए महत्वपूर्ण क्षेत्रो में बाढ़ विरोधी गतिविधियों का कार्यान्वयन, क्षेत्र में इंजीनियरिंग सर्वेक्षण के बाद निर्धारित, नहर में समायोजित चिन्हित घरो में बैक्फलो ओर पानी के अतिप्रवाह को रोकने के लिए। द्वितीय चरण में नहर के अपस्ट्रीम जल निकासी(उधोग) के लिए प्रमुख प्रदूषण स्त्रोतों की पहचान। स्थापित अपशिष्ट जल उपचार उपकरण से संचालन और रख रखाव का कार्य किया जाएगा जिससे नाले की स्थिति नहर की तरह हो जाएगी।