सड़कों पर घूमते निराश्रित गोवंश को पकड़ने की मुहिम तेज

नगर निगम ने अब तक वसूला साढ़े 3 लाख का जुर्माना

गाजियाबाद। शहर में निराश्रित गोवंश की धरपकड़ में नगर निगम ने सक्रियता दिखाई है। इसके मद्देनजर ब्रहस्पतिवार को विशेष अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने गो-पालकों से भी अपील की है कि वह गोवंश को इधर-उधर ना छोड़ें। चूंकि सड़कों पर गोवंश के घूमने से ना सिर्फ यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है बल्कि दुर्घटना का खतरा भी रहता है। नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. आशीष कुमार त्रिपाठी के मुताबिक महापौर आशा शर्मा तथा नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के आदेश पर उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह की देख-रेख में शहर के पांचों जोन में निराश्रित गोवंश को पकडऩे के लिए विशेष अभियान चलाया गया। ऐसे पॉश इलाके जहां पर गोवंश निराश्रित घूमते रहते थे, उन्हें गलियों व मुख्य चौराहों से पकड़ा गया। बाद में उन्हें नंदी पार्क में ले जाकर छोड़ा गया। वर्तमान में लगभग 15 सौ से 2000 गोवंश नंदी पार्क में आश्रित हैं तथा प्रति सप्ताह 10 से 50 निराश्रित गोवंश नंदी पार्क में लाए जाते हैं। खाने-पीने से लेकर वातानुकूलित स्थान गोवंश को नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। श्रद्धालुओं का भी सहयोग निगम टीम को मिल रहा है।

नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि शहर में निराश्रित गोवंश को नगर निगम पकड़ कर उचित स्थान पर पहुंचा रहा है। साथ ही गो पालकों से भी अपील की जाती है कि सड़कों पर गोवंश को खुला ना छोड़े ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की दुर्घटना गोवंश के खुला छोडऩे से ना हो। उनका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा संचालित योजना के अनुसार उनके गोबर का निस्तारण का भी लाभ उठाएं।

नगर निगम द्वारा खुले में छोड़े गए पालतू गोवंश को पकडऩे के उपरांत पशुपालक 15 दिन के अंदर यदि निगम के पास अपनी गाय, बछड़ा या अन्य गोवंश को वापस लेने आता है तो उससे गोवंश खुला न छोडऩे की अपील की जाती है। अब तक लगभग साढ़े 3 लाख रुपए जुर्माना वसूला जा चुका है।