यूपी में विकास जीता, जातिवाद की करारी हार : केके शर्मा

गाजियाबाद। सोशल चौकीदार संस्था के संस्थापक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता के.के. शर्मा ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत पर प्रसन्नता जाहिर की है। शर्मा का कहना है कि यूपी में पहली बार विकास के नाम पर वोट पड़ा। पिछले पांच साल में योगी सरकार ने विकास को तवज्जो दी थी। बगैर भेदभाव के विकास कार्य कराए गए। जिनका भरपूर लाभ जनता को मिला। राज्य में अपराध नियंत्रण के प्रयासों में भी बड़ी कामयाबी मिली। कुख्यात अपराधियों, बाहुबलियों और भू-माफिया पर शिकंजा कसा गया। अरबों-खरबों रुपए की बेशकीमती भूमि को माफिया के कब्जे से मुक्त कराने में सफलता मिली। जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे जरूरतमंदों तक पहुंचा। बिचौलियों की कतई दाल नहीं गल सकी। के.के. शर्मा ने कहा कि पहले माना जाता था कि विकास के नाम पर चुनाव नहीं लड़े जा सकते, मगर भाजपा ने इस मिथक को भी तोड़ दिया। योगी सरकार द्वारा कराए गए रिकॉर्ड विकास कार्यों को देखकर जनता ने दूसरी बार भाजपा का बहुमत देने में दिलचस्पी दिखाई है। शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जातिवाद पीछे रहा। जातिवाद की हार हो गई। इसके अलावा मुस्लिम समाज के लिए भी मंथन का समय आ चुका है। पिछले 30 साल से मुस्लिम सिर्फ भाजपा को हराने के लिए वोट देते रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि विभिन्न राजनीतिक दलों ने मुस्लिमों को बहका रखा है। यूपी में भाजपा की जीत से मुस्लिम समाज अब यह सोचने पर मजबूर होगा कि हमें किसी को हराने के लिए नहीं बल्कि जीताने के लिए वोट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2024 में निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिर शानदार जीत होगी। वह निरंतर तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। चूंकि 2024 में जातिवाद हावी नहीं रह जाएगा। सोशल चौकीदार संस्था के संस्थापक शर्मा ने क्षेत्रीय दलों की प्रासंगिकता पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कह कि क्षेत्रीय पार्टियां देश के लिए नुकसानदायक हैं। वह प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों की तरह होती हैं। ये पार्टियां किसी न किसी परिवार की होती हैं, जो विकास की बजाए सिर्फ जाति या परिवार के बारे में सोचती हैं। देश से इन दलों को कोई मतलब नहीं होता। उन्होंने कहा कि भविष्य में काम पर चुनाव होगा। क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व भी खतरे में पडऩा तय है। बता दें कि केके शर्मा ने गाजियाबाद शहर, साहिबाबाद और मुरादनगर सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित कराने के लिए काफी मेहनत की थी। बगैर श्रेय मिलने की इच्छा के उन्होंने तीनों सीट पर जमीनी स्तर पर काम करते हुए विपक्ष को हराने में अपना अहम भूमिका निभाई। केके शर्मा द्वारा किए गये मेहनत के परिणाम से गाजियाबाद, साहिबाबाद एवं मुरादनगर प्रत्याशियों को भारी बहुमत से जीत मिली। वहीं प्रत्याशियों ने भी केके शर्मा द्वारा किए गये कार्यों का आभार व्यक्त किया।