डीएम का फरमान, गोवंश आश्रय स्थलों की सुधरेगी हालत

-विभिन्न बिंदुओं पर कार्रवाई करने के दिए गए निर्देश

गाजियाबाद। जनपद में गोवंश आश्रय स्थलों की हालत में जल्द सुधार होगा। वहां पशुओं के लिए भूसा, हरा चारा, पानी के अलावा टीन शेड की व्यवस्था बेहतर की जाएगी। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने गोवंश आश्रय स्थलों की हालत सुधारने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। डीएम ने साफ कहा है कि इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। जिला मुख्यालय सभागार में गुरुवार को आयोजित बैठक में डीएम आर.के. सिंह ने जिले के गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा की। उन्होंने जिले की तीनों तहसील मोदीनगर,सदर और लोनी तहसील एवं ब्लॉक में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों के संबंध में मुख्य रूप से 4 बिंदुओं पर सभी एसडीएम,खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों में पशुओं के लिए चारे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। आश्रय स्थलों में पशुओं के लिए टीन शेड जरूर लगे होने चाहिए। जिनमें टीन शेड की व्यवस्था नहीं है। उन आश्रय स्थलों खंड विकास अधिकारी तत्काल टील शेड लगवाएं। पशुओं के लिए पीने का पानी,साफ-सफाई रखी जाए। इन सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी क्षेत्र के खंड विकास अधिकारी की होगी।

खंड विकास अधिकारी सफ्ताह में एक बार गोवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सीडीओ को खंड विकास अधिकारियों के निरीक्षण की पंजिका मंगाकर उनका प्रत्येक माह अवलोकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी एसडीएम को माह में कम से कम दो बार अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित गोवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर वहां पर पशुओं के लिए चारा,पानी,टीन शेड के अलावा स्थल में कितने पशु बीमार है। उन्हें पशु चिकित्सक द्वारा उपचार किया जा रहा है। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए सत्यापन कर आख्या मांगी गई है। गो-संरक्षण केंद्रों पर गोवंश के बीमार होने पर संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी तत्काल इसकी सूचना सीडीओ एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी गोवंश आश्रय स्थलों में शौचालय की व्यवस्था भी दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। इनमें कम से कम एक शौचालय जरूर होना चाहिए। तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर रोजाना गोवंश आश्रय स्थलों की मॉनिटरिंग की जाए। ताकि कोई समस्या न हो। सभी पशुओं के कान की टैैगिंग शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। बारिश में पानी की वजह से अगर कोई गोवंश आश्रय स्थल के अंदर और मुख्य मार्ग पर गड्ढ़े हो गए है तो एसडीएम को तत्काल जलभराव की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए। डीएम ने पशुओं की देखरेख के लिए तैनात कर्मचारियों को समय से वेतन,मानदेय का भुगतान कराने के लिए खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अस्मिता लाल, एसडीएम सदर देवेंद्र पाल सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश कुमार, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।