पेयजल संकट : नगर निगम ने रक्षा मंत्रालय से तालमेल कर दूर की बड़ी समस्या

गाजियाबाद। नगर निगम ने अमृत योजना में सीएचए पार्ट-1 एवं पार्ट-2 के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय तथा मेरठ मंडल से समन्वय स्थापित कर विजय नगर तथा सिटी जोन के वार्डों में पेयजल की बेहतर व्यवस्था कराई है। महाप्रबंधक (जल) आनंद त्रिपाठी ने बताया कि नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर अमृत योजना अंतर्गत सीएचए पार्ट-1 एवं पार्ट-2 के तहत विजय नगर जोन के मिर्जापुर एवं सिटी जोन तृतीय के अंतर्गत केला मी पाइप लाइन डालने का कार्य कराया जा रहा है।

इस दौरान रक्षा मंत्रालय की भूमि आ रही थी। इस संबंध में मेरठ मंडल तथा रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर लाइसेंस फीस के मद में एक रुपए प्रति स्क्वायर मीटर की दर से 820 स्क्वायर मीटर भूमि के सापेक्ष 820 रुपए की धनराशि वार्षिक गाजियाबाद नगर निगम जमा कराएगा ताकि क्षेत्रवासियों को जलापूर्ति आसानी से हो सके। नगर निगम ने उक्त विषय पर संबंधित से समन्वय स्थापित कर विजय नगर जोन तथा सिटी जोन के वार्डों मे जल आपूर्ति कराने में सफलता प्राप्त कर ली है।

इस कार्य के लिए क्षेत्रीय पार्षदों और नागरिकों ने नगर निगम का आभार व्यक्त किया है। जीएम जल त्रिपाठी ने बताया कि नगर निगम द्वारा ग्रीष्म ऋतु के चलते शहर में लगातार सर्वे किया जा रहा है। इस क्रम में जलकल विभाग के अधिशासी अभियंताओं द्वारा वृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा है। साथ ही प्रतिदिन की रिपोर्ट नगरायुक्त के समक्ष प्रस्तुत की जाती है। जिस पर प्रतिदिन नगरायुक्त द्वारा महाप्रबंधक (जल) के साथ उचित जल व्यवस्था के संबंध में चर्चा की जाती है।

इसी प्रकार अन्य क्षेत्रों में भी पाइप लाइन डालने का कार्य वृहद स्तर पर चल रहा है ताकि शहर में कहीं भी जल संकट उत्पन्न ना हो सके और सभी को जलापूर्ति आसानी से हो सके। जीएम जल का कहना है कि गर्मी के मौसम में शहरवासियों को पेयजल संकट का कतई सामना नहीं करना पड़ेगा। इसे लेकर नगर निगम स्तर से हरसंभव तैयारी चल रही है। पेयजल संकट से संबंधित प्राप्त शिकायतों के निदान में भी गंभीरता दिखाई जा रही है। नगर निगम के सिटी, कविनगर, विजय नगर, मोहन नगर एवं वसुंधरा जोन में पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने को पर्याप्त कदम उठाए गए हैं।