ब्रिज विहार में चुनाव बहिष्कार का ऐलान

गाजियाबाद। ब्रिज विहार के लोग गुस्से में हैं और उन्होंने जनप्रतिनिधियों से उम्मीदें छोड़ दी है। लोगों का गुस्सा इस कदर बढ़ गया है कि उन्होंने चुनाव बहिष्कार तक का ऐलान कर दिया है। लोगों ने इस विरोध के बावत अपने घरों के आगे पोस्टर चस्पा किया है। आरडब्लूए पदाधिकारी पीके शर्मा ने बताया कि यह विरोध की शुरूआत है और आगे कॉलोनीवासी धरना प्रदर्शन एवं भूख हड़ताल भी करेंगे।
ब्रिज विहार में नाले के कारण बारिश होते ही बाढ आ जाती है। दशकों से लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। पहले भी बरसात में ब्रिज विहार कॉलोनी टापू बन जाता था। वही स्थिति आज भी बनी हुई है। जिस कारण लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। सालों से हर बरसात में नाले के विषैले पानी की बाढ़ व उसके बाद नाले की गाद से त्रस्त नर्क का जीवन जीने को मजबूर एक बृज विहार गाजियाबाद के निवासियों ने मंगलवार को जब तक इस समस्या का समाधान नहीं तब तक वोट नही देने की शपथ ली। डबल स्टोरी एवं एचआईजी के निवासी एक साथ खड़े होकर अपने घरों के आगे पोस्टर चस्पा किए। पीके शर्मा ने बताया घरों के आगे पोस्टर चस्पा कर राजनीतिक दल व सरकारी अधिकारियों को एक मजबूत संदेश देने का काम करेंगे। सालों की समस्या का अभी तक किसी भी राजनीतिक दल एवं सरकारी अधिकारी ने कोई सुध नही है। जबकि इस बावत राजनीतिक दल से लेकर सरकारी अधिकारियों को पत्र दिया जा चुका है।

सोशल मीडिया पर लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया

-इस बार बहुत ही ज्यादा काला और गंदा पानी घरों में आ रहा है कूड़े के साथ ।

-अब दिन प्रतिदिन हालात बद से बदतर होते जा रहे है ।

-अब यहां रहना नरक समान हैं अब ये रहने लायक जगह नही बची ।

-समझ नही आ रहा हैं की आख़िर नाला इतना भयानक और बिकराल रूप क्यों लेते जा रहा हैं।

-संजय जी काहे की शुभ प्रभात आज तो सब कुछ बेकार हो गया।

-पंप लगातार चल रहे हैं पूरी रात पंप चले है।

-ब्रिज विहार वासियों की स्थिति बहुत दयनीय हो गई है।

-स्थानिय नेताओं को बड़े नेताओं के स्वागत से फुर्सत मिले तो कॉलोनी के बारे में सोंचे। कॉलोनी में कुछ काम करने के नाम पर डबल स्टोरी के सारे नालों को खोद दिया गया वह भी बरसात के मौसम में। यह तो अभी आगे भी जारी रहने वाला है।
अबकी बार,
•••••• सरकार,
बृजविहार का,
बंटाधार।

-टैंक का पानी स्ट्रा से नहीं निकलेगा। पम्प की क्षमता से ज्यादा पानी पीछे से आ रहा है।

-किसी जनप्रतिनिधि को वोट नहीं देंगे ।

-वोट का बहिस्कार करना पड़ेगा ।

-ब्रिज विहार पुलिया पर जाल लगाकर बस पैसे की कमाई की जा रही है और कुछ नहीं हो रहा है

-फिर कैसे भी पैसा आए किसी भी प्रकार से आए ।

-भाई साहब, यह पाईप पहले भी थी और कुछ अपवाद छोड़कर पानी भी निकल जाता था। समस्या की शुरुआत हुई कंट्री इन बनने और वहां नाले को डकने के बाद। इसलिए चौकी के पास कुछ भी कर लें जबतक आगे क्लियर नहीं होगा, पानी नहीें निकलेगा।

-ब्रिज विहार में नाली बनाने के माध्यम से जो पैसे का काम किया जा रहा है अभी तो यह शुरुआत है आने वाले समय में और बुरी हालत होने वाली है ।

-नगर निगम के व्यापक भ्रष्टाचार से फिर ब्रिज विहार वाले परेशानी झेल रहे हैं ।

-इस ग्रुप में कितने लोग है जो J पॉइंट ब्लॉक करने के किये तैयार है जब तक आगे का नाला पूरी तरह से साफ नही होता ।

-संजय जी मैं आपकी बात से सहमत हूं आपके विचार अति उत्तम बहुत ही सुन्दर है ।

-बिजलीघर वालों को समझ में आ गया है कि बिजली काटने का नाले के पानी से कोई संबंध नहीं है।

-चलिए ब्लॉक करने पूरा महकमा आधे घंटे में नही पहुचता तो ।

-बिजली विभाग के द्वारा अभी तक बिजली नहीं काटी जा रही है लोगों के घरों में पानी पहुंच चुका है ।

-घरों में बिजली के समान लगे हुए हैं अर्थिंग का डर है ।

-होर्डिंग लगाने वाले और फोटो खिंचवाने वाले लोग सारे गायब हैं ।

-10 crore ka budget kaha hai.

-10 करोड का फाइनल बिल बनाने में व्यस्त होंगे।

-बृजविहार मेें भूतल के सभी निवासियों से निवेदन है कि सुरक्षा के लिए अपने घरों के बिजली उपकरणों को साकेट से निकाल दे ।

-सभी आदरणीय निवासियों को नमस्कार, दोस्तों यह पागल रिटायर्ड इंसान लगातार इस नाले के संदर्भ में हर स्तर पर ख़ास कर दिल्ली के हर उच्च अधिकारियों को मिल रहा है पर यहां के कुछ पनौती इस इंसान को निरंतर मां बहन की गालियां देते हैं पर वह फिर भी इ पनौतीयों की परवाह किए बगैर निस्वार्थ भाव से लगा हुआ बगैर किसी स्वार्थ के

अब इस नाले की समस्या की विस्तृत जानकारी
1, नाले की सफाई हमेशा उस दिशा से होती है जहां यह गिरता है इससे नाले का बहाव में तेजी आती है व level mentain रहता है परंतु यहां के पनौतियों ने अधिकारियों को उनके हिसाब से कार्य नहीं करने दिया व नाला बिल्कुल उलटी दिशा से साफ व गहरा करवा दिया जिसके फलस्वरूप पीछे से पानी आकर यह ठहर जाता है।

2, बृज विहार में यह नाला Double Storey व पीछे 4 फीट गहरा व 20 फीट के आसपास है फिर A block के सामने 32 से 34 फीट व 6 फीट से अधिक गहरा है व पुल के पास फिर गहराई व चोड़ाई 20 फीट के आसपास व 4 फीट।

3, Country iinn से लेकर Jain Marble तक नाला ऊपर से कवर है व ये पनौती उनका कुछ नहीं बिगड़ सकते वहां नाले में जबरदस्त गाद है व गाद के कारण गहराई सिर्फ 2 से 2.5 फीट है।

4, सबसे महत्वपूर्ण व मुख्य कारण इस नाले की चौड़ाई दिल्ली में 10फीट से 12फीट रह जाती है अब आप ही बताइए 34 फीट चौड़ा इंसान 10 फीट में से कैसे निकल जाएगा और वहां तो सफाई हुई ही नहीं क्योंकि केजरीवाल के हिसाब से इसमें उत्तर प्रदेश का बदबूदार पानी आता है अतः यह उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ही करेगा।

5, रेपिड रेल का कार्य होने के कारण Jain Marble से लिंक रोड थाने से कुछ पहले यह नाला बन्द करके डाइवर्ट कर दिया है व उस टेंपरेरी डाइवर्ट किए नाले की गहराई बेहद कम है।

पुनः नाला हमेशा उल्टी दिशा से पहले साफ होता है जबकि यहां के पनौतियों ने उसके बिल्कुल विपरीत दिशा से 10 करोड़ के चक्कर में सफाई करवा कर इसे और गहरा करवा दिया जिससे पिछे से तेज़ी से पानी आकर यहां से धीरे-धीरे आगे जाता है व यहां कालोनी में फैल जाता है। बाकी बची हुई कसर Country Inn के लगे लोहे के जाल ने कर दी, हमारी पुलिया वाला जाल तो आधा तोड़ा हुआ है ।

-इसीलिए यह पागल रिटायर्ड इंसान निरंतर दिल्ली के अति उच्च अधिकारियों से मिल रहा है और यहां के पनौतियों को झुग्गियां बसाने (एक खास समुदाय) व रेहड़ी पटरी वालों व दुकानों से उगाही में अति व्यस्त हैं व अपने इस नाले में जलकुंभी के पौधे लगवाकर व बड़ों ही सांइटिफिक तरीके से इस नाले को ओर गहरा करवाने से फुर्सत नहीं जिससे पिछे शहीद नगर व उससे पिछे का पानी यहां आकर रुक जाए पुनः यह 20 करोड़ सरकार से लेकर आपस में बांट ले क्योंकि ये नाले को नहर बनाने में अति व्यस्त हैं।

-ढ़ेर जोगी मठ का उजाड़ वाली कहावत चरितार्थ हो रहा है।

-पर अभी भी यह समझ नहीं आता इन पनौतियों के 34 फीट चौड़ा व 6फीट गहराई वाली चीज 10 फीट में से कैसे निकल सकती है।

-प्रभु वर यह रियलिटी है , अभी तो इस इंसान के पिटारे में बहुत कुछ है।

-हमने तो लकड़ी व थर्मोकोल का (एक लम्बाई चौड़ाई व मोटाई) का टुकड़ा तीन जगह डाल कर (100 मीटर का distance हर जगह ) बृज विहार से last end तक पानी के बहाव की स्पीड टेस्ट किया है उसी से सब क्लीयर हो गया।

-किसी भी नदी – नाले की प्राकृतिक सफाई बहने वाली जलधारा खुद करती है। जब तक यह नाला अपने असली रूप में था, इसकी भी प्राकृतिक सफाई होती रहती थी। समस्या की शुरुआत इसे ढकने के बाद हीं हुई है परन्तु होटल वालों की राजनैतिक पहुंच के कारण कोई आवाज नहीं उठाता।

-Country inn pe action Lena hoga?

-आप सब एक बार इसकी हालात को नेशनल न्यूज़ चैनल पर चलावा दे।

-वहां 1 से डेढ़ किलोमीटर तक नाला गाद से भरा हुआ है ऊपर सिर्फ नाम के व दिखाने हेतू ढक्कन लगाएं गए हैं।

-हर बार, जब पानी भरता है तभी ये दिखाई देते हैं और हमारे जन प्रतिनिधी भी एक्टिव नजर आते है। नई नई प्लानिंग होती है। फिर पानी खत्म, प्लानिंग खत्म।

-पुलिया से नगर निगम अधिकारी को वापसी भगाया।