मजबूत लोकतंत्र के लिए हर एक वोट कीमती: केके शर्मा

गाजियाबाद। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। लोकतांत्रिक देश में सभी नागरिकों को मतदान करने का अधिकार होता है। ऐसे में हमें मतदान जरूर करना चाहिए। मतदान हमारे लिए बहुत ही जरूरी है। यह केवल सरकार की ही प्रगति नहीं करते हैं, बल्कि आम नागरिक की भी प्रगति इसके पीछे होती चली जाती है। भारत में मतदान को भी एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। यह बातें सोशल चौकीदार के संस्थापक एंव वरिष्ठ समाजसेवी केके शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा आप मतदान अवश्य करें। यदि प्रत्याशी आपके पसंद का नहीं है तब भी आप मतदान केंद्र पर जरूर जाएं। क्योंकि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान जरूरी है। प्रत्याशी आपके पसंद का नहीं है तो निर्वाचन आयोग ने आपके लिए नोटा का विकल्प भी दिया है। लेकिन हर हाल में मतदान केंद्र पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के पहले चरण के तहत 10 फरवरी को मतदान होना है। यूपी में कुल 7 चरण में मतदान प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पहले चरण की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में चुनावी चक्र सिलसिलेवार तरीके से चलता रहता है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में एक बार फिर चुनाव आ गए हैं। ऐसे में मतदाताओं के पास लोकतंत्र की मजबूती के लिए सुनहरा अवसर है। लोकतंत्र की मजबूती में मतदान की अह्म भूमिका होती है। प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक को मतदान अवश्य करना चाहिए ताकि राजनीति में स्वच्छ एवं छवि के उम्मीदवारों को चुना जा सके। मतदान कर हम ना सिर्फ लोकतंत्र को मजबूत करते हैं बल्कि अच्छे राजनीतिज्ञों को जन सेवा का मौका देते हैं। लिहाजा मतदान की महत्ता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में एक-एक वोट अमूल्य होता है। वोट की ताकत को भी नजरअंदाज न करें। एक स्वच्छ छवि, ईमानदार और पढ़ा लिखा नागरिक ही अच्छी सरकार में अपनी भागीदारी निभा सकता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती देने को प्रत्येक मतदाता का वोट का इस्तेमाल करना जरूरी है। इसमें हम सभी को सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। यही नहीं हम स्वयं भी मतदान करें व अन्य नागरिकों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
केके शर्मा ने कहा आज का युग इंटरनेट मीडिया का युग है। हर ज्ञान इंटरनेट मीडिया पर मिल जाता है, मगर सही ज्ञान को अपनाएं तो सब कुछ अच्छा रहेगा। अगर हम भ्रम में डालने वाले और गलत ज्ञान की तरफ ध्यान देंगे तो किसी का भी भला नहीं हो सकेगा। समाज में कई प्रकार के नागरिक शामिल हैं। कुछ लोग आपके ऊपर दबाव भी बनाने की कोशिश कर सकते हैं, मगर किसी के दबाव में आकर मतदान नहीं करना चाहिए। मतदाताओं को अपनी पूरी समझ के अनुसार ही मतदान करना चाहिए। मतदाता को किसी भी लालच या भय के अलावा किसी के पीछे लगकर मतदान नहीं करना चाहिए। नए एवं युवा मतदाता भी वोटिंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। अन्य युवा वोटरों को भी हर हाल में मतदान में भाग लेना चाहिए। देश के विकास व सुधार के लिए मत का सही उपयोग करें। मतदान हमारा संवैधानिक अधिकार ही नहीं नैतिक कर्तव्य भी है। देश के विकास तथा सुधारात्मक स्थितियों को देखकर हमें हर पांच वर्ष बाद अपने मत का प्रयोग कर सरकार को बनाना होता है। यह तभी संभव है जब हम अपने मत का सही उपयोग करें। एक सशक्त सरकार ही आर्थिक, सामाजिक दृष्टि से विकास कर सकती है। राज्य के विकास में मतदान कर हम एक बेहतर सरकार चुनकर योगदान दे सकते हैं। किसी भी हालत में वोट डालने से गुरेज न करें। सभी मतदाताओं को अपने वोट का इस्तेमाल बिना किसी भी लालच और भय के करना चाहिए। मतदान के अधिकार का इस्तेमाल हर हाल में होना ही चाहिए, ताकि बड़ी संख्या में मतदान हो सके। मतदान का यह अधिकार हमें बहुत ही जद्दोजहद के बाद मिला है। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी मतदाताओं को अपने मत का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा सभी को अपने मत का प्रयोग अपनी बुद्धि तथा समझ के अनुसार करना चाहिए, जो भी मतदाता को सही लगे तथा जो उम्मीदवार प्रदेश को आगे ले जाने के लिए मादा रखता हो, ऐसे उम्मीदवार को ही वोट दें। यह हमारा नैतिक कर्तव्य व जिम्मेदारी है। विवेक का इस्तेमाल करके अपने मताधिकार का प्रयोग करना है। सोच समझकर नेता का चुनाव करना है। हम तो मतदान करेंगे ही साथ ही अपने घर के सभी मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। अपने पड़ोसियों को भी मतदान करने को कहेंगे।