शराब तस्करों पर वज्र बनकर टूटा आबकारी विभाग का कहर

-50 लीटर कच्ची शराब बरामद, ड्रम में भरे 3 हजार किलोग्राम लहन नष्ट

गाजियाबाद। अगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। हालांकि अभी आदर्श आचार संहिता लागू नही हुई है। मगर जनपद में अवैध शराब के कारोबार, इसके उत्पादन व बिक्री को रोकने और तस्करों पर नकेल कसने के लिए जिला आबकारी विभाग कड़े से कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हट रहा है। इससे शराब तस्करों में भी खलबली मची हुई है। विधान सभा चुनाव नजदीक होने के कारण आबकारी विभाग अब शराब माफिया पर वज्र की तरह टूटने को तैयार है। यानि अवैध शराब की तस्करी पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। शराब माफिया के खिलाफ हरसंभव कार्रवाई से विभाग कतई नहीं हिचकिचाएगा। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि जनपद में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने को प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में फिर आबकारी विभाग की टीम ने हिंडन खादर क्षेत्र में धंधक रही भट्टियों को ध्वस्त करते हुए 50 लीटर कच्ची शराब बरामद कर, ड्रम में भरे 3 हजार किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट किया। उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेशानुसार जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं एसएसपी पवन कुमार निर्देशन में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन, मेरठ एवं उप आबकारी आयुक्त मेरठ मंडल के कुशल पर्यवेक्षण में अवैध शराब की निर्माण एवं बिक्री की रोकथाम के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह मुखबिर की सूचना पर आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा,आबकारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा, आबकारी निरीक्षक रमाशंकर सिंह, आशीष पाण्डेय, अरूण कुमार, त्रिवेणी सिंह मौर्य, आबकारी निरीक्षक त्रिभुवन सिंह हंयाकी, प्रशिक्षु ईसा गोयल और लोनी एवं टीला मोड़ थाना क्षेत्र में अभियान चलाते हुए हिंडन खादर क्षेत्र में बनाई जा रही 50 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया। वहीं, 3 हजार किलोग्राम लहन को जब्त करते हुए मौके पर नष्ट किया गया। इसके अलावा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और डासना चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग की गई। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि लहन को मौके पर नष्ट कराते हुए टीला मोड़ थाने में आबकारी अधिनियम के तहत दो मुकदमे दर्ज कराए गए। अंगे्रजी, देशी शराब, बीयर की दुकानों का आबकारी निरीक्षकों ने औचक निरीक्षण करते हुए स्टॉक का सत्यापन किया जा रहा है। दुकानों पर स्टॉक में कोई अनियमितता नहीं पाई गई। अवैध रूप से शराब की बिक्री और कच्ची शराब बनाने वालों पर आगे भी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।