आबकारी की पहल: महिला शराब तस्कर को दिया सुधरने का मौका

-आबकारी विभाग की कार्रवाई से आया सुधार, महिला ने दिया तस्करी न करन का भरोसा

गाजियाबाद। आबकारी विभाग की सख्ती शराब तस्करों को गैर कानूनी काम छोडऩे को मजबूर कर दिया है। तस्कर अब गलत रास्ते को छोड़कर नये सिरे से जिंदगी की शुरूआत करने लगे है। इसका उदाहरण शुक्रवार को तब सामने आया, जब एक महिला शराब तस्कर ने बकायदा शपथ पत्र देकर शराब तस्करी से परहेज करने का भरोसा दिलाया। विजय नगर थाना की हिस्ट्रीशीटर/शराब तश्कर दीपा पुत्री बाबू निवासी माधोपुरा विजयनगर ने सपरिवार आबकारी निरीक्षक अशीष पाण्डेय व सीओ प्रथम महिपाल के समक्ष अवैध शराब सम्बन्धी कार्य न करने का शपथ पत्र दिया गया। आबकारी अधिनियम के साथ साथ आईपीसी की 380 जैसी धाराओं व 8/20 एनडीपीएस एक्ट की धाराओं की आरोपी रही दीपा पर 8 से अधिक मुकदमें दर्ज है। दीपा को आबकारी विभाग एवं पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम की धाराओं के साथ साथ एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजा गया था, जिसमें वह लगभग 6 महीने जेल में रहकर जमानत पर बाहर आयी है। दीपा ने अपने परिवार के साथ आबकारी व पुलिस के समक्ष इस बात का शपथ पत्र प्रस्तुत किया कि अब उनके द्वारा अवैध शराब सम्बन्धी कार्य नही किया जाएगा।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि शराब तस्करों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई का ही नतीजा है कि तस्कर अब शराब तस्करी को छोडऩे को मजबूर हो गये है। उन्होंने बताया कि महिला तस्कर का पिछले करीब 6 माह का इतिहास देखा गया था। जिसमें महिला तस्करी के किसी भी मामले में लिप्त नही पाई गई। जिसके आधार पर महिला को सुधरने का मौैका दिया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने तस्करों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अवैध शराब की बिक्री छोड़े, नही तो सलाखों के पीछे जाने के लिए तैयार रहे। जिले में शराब तस्करी का कारोबार बर्दास्त नही किया जाएगा। तस्करों को सुधरने का मौका दिया जा रहा है, जिसका फायदा उठाकर तस्कर अपनी जिंदगी को संवार सकते है। तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए आबकारी निरीक्षकों को भी सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये है।