औद्योगिक क्षेत्रों के विकास पर फोकस, नगरायुक्त ने उद्यमियों को बताई प्लानिंग

आईआईए गाजियाबाद चैप्टर की बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा
15 नवम्बर तक गड्ढा मुक्त करा दी जाएंगी सड़कें
राजस्व का 60 प्रतिशत संबंधित क्षेत्र के विकास पर होगा खर्च

गाजियाबाद। औद्योगिक क्षेत्रों के समुचित विकास के लिए नगर निगम निरंतर प्रयासरत है। औद्योगिक क्षेत्रों की दशा को सुधारने और वहां सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जारी प्रयासों पर शुक्रवार को नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने प्रकाश डाला। आईआईए गाजियाबाद चैप्टर द्वारा होटल मेला प्लाजा में आयोजित 27वीं मंथन बैठक में नगरायुक्त ने उद्यमियों की समस्याओं को सुनने के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने को नगर निगम की भावी रणनीति की भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र से जो रेवेन्यू मिलेगा, उसका 60 प्रतिशत उसी क्षेत्र में व्यय किया जाएगा। आईआईए गाजियाबाद चैप्टर की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि कृषि के उपरांत एमएसएमई सेक्टर का जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के औद्योगिक क्षेत्रों को प्रदूषण मुक्त एवं हरा-भरा तथा अवस्थापना सुविधाओं से युक्त करना प्राथमिकता में शुमार है। इसके लिए उद्यमियों का सहयोग भी अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि 15 नवम्बर तक सभी सड़कों को गडढ़ा मुक्त करा दिया जायेगा। इसी प्रकार पुरानी स्ट्रीट लाइटों के स्थान पर नई स्ट्रीट लाइटें स्थापित कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र से जो रेवेन्यू प्राप्त होगा, उसका 60 प्रतिशत उसी क्षेत्र में लगाया जाएगा, जिस पर नगर निगम द्वारा पहल की जा रही है। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा देश में एक अप्रैल में 150 करोड़ रुपये का बॉन्ड जारी किया है। जिसे ग्रीन बॉन्ड नाम दिया गया है। इसकी वजह बॉन्ड से जुटाई गई धनराशि का ज्यादातर हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 साहिबाबाद में स्थित फैक्ट्रियों में भूजल दोहन पर रोक लगाने और वहां पर एसटीपी को शोधित पानी मुहैया कराने की व्यवस्था कराना है। इससे पर्यावरण संरक्षण होगा और पानी की किल्लत से फैक्ट्रियां शहर से बाहर नहीं जा सकेंगी। नगरायुक्त तंवर ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट के माध्यम से नगर निगम विभिन्न प्रकार के उत्पाद बना रहा है। यह उत्पाद शहर में प्रदर्शित हो रहे हैं। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाली प्लास्टिक वेस्ट को नगर निगम को दिए जाने के लिए भी आह्वान किया। आईआईए के प्रतिनिधियों ने नगर निगम का हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। तदुपरांत विभिन्न उद्यमियों ने नगरायुक्त के साथ प्रश्नोत्तर किए। इसके उपरांत माई मनी मंत्रा से मधुकर द्वारा अपनी प्रस्तुति के माध्यम से एमएसएमई को वित्तीय सहायता के बारे में जागरूक किया गया। आईआईए के राष्टÑीय सचिव प्रदीप गुप्ता ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर आईआईए के नीरज सिंघल (राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष), जेपी कौशिक (सीईसी सदस्य), प्रदीप गुप्ता (राष्ट्रीय सचिव), मनोज कुमार (चेयरमैन), राकेश अनेजा (सचिव), संजय गर्ग (कोषाध्यक्ष), साकेत अग्रवाल (को-चेयरमैन, आईए एंड इम्पोर्ट एवं एक्सपोर्ट सब्जेक्ट कमेटी), अमित नागलिया (को-चेयरमैन, भूजल एवं एंवायरमेंट सब्जेक्ट कमेटी), अनिल कपूर (को-चेयरमैन, ऊर्जा एवं पावर सब्जेक्ट कमेटी), संजय बंसल व यश जुनेजा (उपाध्यक्ष), संदीप कुमार गुप्ता, अमरिक सिंह व अरूण गुप्ता (संयुक्त सचिव) के अलावा विभिन्न उद्यमी सदस्य प्रवीण खरबंदा, वी.के. सिंघल, हर्ष अग्रवाल, मनीष मदान, अजय पटेल, नितिन गुप्ता, कुलदीप अत्री, विपिन सिंघल, अतुल बाटला, रजत अग्रवाल, संदीप कुमार, अमरिष गोयल, अमित गोयल, क्षितिज नागलिया व सुमित नागलिया इत्यादि उपस्थित रहे।