पहले की गंदी बात, फिर वीडियो बनाकर कारोबारी को ब्लैकमेल कर लूटे 90 लाख

न्यूड वीडियो बनाकर लोगों को करते थे ब्लैकमेल, करोड़ो का लगाया चूना
गैंग का पर्दाफाश, पति-पत्नी समेत 5 गिरफ्तार,
आस्ट्रेलिया के दोस्त से जानकारी लेकर शुरू किया पॉर्न वेबसाइट स्ट्रिपचैट डॉट कॉम साइट

गाजियाबाद। जनपद की साइबर सेल एवं नंदग्राम पुलिस की संयुक्त टीम ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जो लोगों से विडियो पर गंदी बात करने के बाद उनकी विडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। पुलिस ने गिरोह में शामिल दंपत्ति समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने 3 एटीएम कार्ड, 3 पैनकार्ड, 6 वेब कैमरे, 4 मोबाइल फोन, चेकबुक, पासबुक, पासपोर्ट, 6 लैपटॉप, चांदी की ज्वैलरी, 50 महिला के अंडर गारमेंट, 8 हजार रुपए कैश और आपत्तिजनक उपकरण बरामद हुए हैं।

शुक्रवार को नंदग्राम थाने में घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार, नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार की टीम ने राजनगर एक्सटेंशन स्थित ऑफिसर सिटी-1 सोसाइटी के दो फ्लैटों में छापेमारी के दौरान पति-पत्नी योगेश गौतम एवं सपना, निकिता, निधि और प्रिया को गिरफ्तार किया। मौके से आपत्तिजनक उपकरण भी बरामद किए गए। योगेश एवं उसकी पत्नी सपना गिरोह के सरगना है। लीडर योगेश लोगों को वीडियो कॉलिंग करने के लिए लड़कियों को जगह की व्यवस्था कराने के साथ बैंक खातों, कॉलिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाली अश्लील व आपत्तिजनक सामग्री की व्यवस्था करता था।

सपना पॉर्न वेबसाइट स्ट्रिपचैट डॉट कॉम पर आईडी बनाकर ग्राहकों को फंसाने का काम करती थी। बाकि तीन युवतियां लोगों को विडियो कॉल के दौरान उनकी दुसरे मोबाइल से न्यूड विडियो बनाने का काम करती थी। जिसके बाद यहां से इनका ब्लैकमेलिंग का कारोबार शुरू हो जाता था। उनकी अश्लील वीडियो इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देते हुए मनमुताबिक रकम वसूल करते थे। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि सरगना योगेश इस काम के लिए लड़कियों को 25 हजार रूपए प्रतिमाह देता था। गिरोह में अन्य युवतियांं भी शामिल है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।

पांच साल पूर्व तैयार हुआ विडियो कॉलिंग का गौैरखधंधा
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि 5 साल पूर्व सपना अविवाहित थी और इंटर करने के बाद डीयू में बीए प्रथम की पढ़ाई छोडऩे के बाद नौकरी की तलाश में इंटरनेट पर सर्च करती रहती थी। तभी सपना की इंटरनेट के जरिए फेसबुक पर आस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय मूल के सनी नामक लड़के से दोस्ती हुई। इस दौरान सपना ने काम के सिलेसिले में उससे बात की। जहां उसने फिर रूपये कमाने का तरीका बताया। इसके बाद सपना ने पॉर्न वेबसाइट स्ट्रिपचैट डॉट कॉम पर खुद का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पासपोर्ट बनवाया और उसके बाद वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा लिया। जिसके बाद धीरे-धीरे न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का कारोबार शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया सपना और योगेश की मुलाकात डीयू में पढ़ाई और पासपोर्ट बनवाने के दौरान हुई थी। दोनों ही बीए प्रथम के छात्र थे। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और तीन साल पहले ही शादी कर ली। शादी के बाद सपना नौकरी के बहाने झूठ बोलकर नोएडा में जाने लगी। सपना ने इस काम के लिए नोएडा में किराए पर कमरा लिया हुआ था। जहां से वह लोगों को वीडियो कॉल करती थी और उनकी न्यूड वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी। पहले इस मामले की जानकारी उसके पति को नही थी, मगर बाद में उसे भी पता चल गया और दोनों मिलकर इस काम को करने लगे।

स्ट्रिपचैट डॉट कॉम वेबसाइट पर 234 रुपए प्रति मिनट देने पर होती थी न्यूड कॉलिंग
नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया स्ट्रिपचैट डॉट कॉम वेबसाइट पर युवतियों से वीडियो कॉल कर अश्लीलता करने में लोगों को 234 रुपए प्रति मिनट के हिसाब से देना पड़ता था। रूपए देने से बचने के लिए लोग लड़कियों का प्राइवेट नंबर ले लेते थे। वीडियो कॉल पर लड़किया सेक्सी कपड़े पहनकर पहले लोगों की उत्तेजना को जगाती थी फिर उन्हें भी निर्वस्त्र कराकर उनकी वीडियो रिकॉर्ड करती थी। उसके बाद विडियों को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थी।

8 हजार रूपए के किराए पर लिए थे दो मकान
आरोपियों इस धंधे को चलाने के लिए राजनगर एक्सटेंशन स्थित ऑफिसर सिटी-1 सोसाइटी में दो फ्लैट  8-8 हजार रुपए किराए पर लिया हुआ था। जहां से दिन-रात लड़कियां वीडियो कॉलिंग कर लोगों को फंसाती थी। आरोपियों ने गुजरात के राजकोट में एक कंपनी मालिक ने अपने अकाउंटेंट के खिलाफ 90 लाख रुपए के गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। गुजरात पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल की तो पता चला कि यह रकम गाजियाबाद के बैंक खातों में ट्रांसफर हुर्ई है। अकाउंटेंट ने पुलिस को बताया कि गैंग की सदस्यों ने उनके साथ पहले न्यूड विडियो कॉलिंग की, उसके बाद उनकी विडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करने लगी। वह कंपनी के पैसों को उनके खातों ट्रांसफर करता था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गौरखधंधे का पर्दाफास किया।