उप्र शासन की तर्ज पर जनपद में टीम-9 का गठन

-कोरोना से निपटने के लिए डीएम की पहल

गाजियाबाद। जनपद में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन गंभीरता से जुटा है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार की तर्ज पर जिलाधिकारी ने टीम-9 का गठन किया है। इस टीम में शामिल अधिकारियों को विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई हंै। प्रत्येक टीम में प्रभारी अधिकारी के अलावा सहयोगी के तौर पर अन्य अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। पहली टीम का नेतृत्व सीडीओ अस्मिता लाल को सौंपा गया है। यह टीम अस्पतालों में आईसीयू, ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था, अस्पतालों में मैनपावर की उपलब्धता, वैक्सीनेशन, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण चिकित्सा व्यवस्था, दवाई, आइसोलेशन आदि की व्यवस्था, ऑक्सीजन प्लांट का काम देखेगी। दूसरी टीम जिले में एंबुलेंस सेवाओं को सुचारू रूप से सुनिश्चित कराने, कंट्रोल रूम की व्यवस्था, समीक्षा, आवश्यक दवाओं के अलावा रेमडेसीवर, टोलीजुकमा की आपूर्ति निर्धारित करना, होम कोरेनटाइन में रह रहे मरीजों को मेडिकल किट वितरित कराने का काम करेगी। तीसरी टीम को शासन से महत्वपूर्ण कोविड-19 के मुद्दों पर समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। चौथी टीम का काम जिले की औद्योगिक इकाइयों का सभी दिन व व्यवसायिक इकाइयों का बंदी के दिनों को छोड़कर संचालन कराना, सभी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करना, इकाइयों में कार्यरत कर्मियों को वेतन आदि समस्या का निस्तारण करना होगा। पांचवीं टीम की जिम्मेदारी गेंहू क्रय की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित कराना, किसानों को समय से भुगतान कराना, किसानों को समय से खाद व बीज आदि उपलब्ध कराना, छठी टीम का काम जिले में ऑक्सीजन की व्यवस्था करना, शासन व अन्य राज्यों, आपूर्तिकर्ताओं एवं ट्रांसपोर्टरों से समन्वय स्थापित करना होगा। सातवीं टीम का काम कामगारों के जनपद में आने पर रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर जांच, आवश्यक होने पर क्वारंटीइन की व्यवस्था करना होगा। इसी प्रकार आठवीं टीम का काम कंटेनमेंट जोन में प्रभावी व्यवस्था कराए रखना और मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित करना होगा। टीम 9 की जिम्मेदारी नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर को दी गई है। टीम की जिम्मेदारी सभी नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, सेनेटाइजेशन कराना, समीक्षा करना, निगरानी समितियों को सक्रिय रखना व नियमित रूप से उनकी समीक्षा करना, पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था को लागू कराना व जिले में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना होगा।