एकल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शहर वासियों को मिलेगी सुविधा
गाजियाबाद। नगर निगम से संबंधित अगर शहर में कोई समस्या है, तो अब आपका घर बैठे ही समस्याओं का समाधान हो जाएगा। नगर निगम के गाजियाबाद-311 ऐप आज यानी कि सोमवार को लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इसे लॉन्च किया जाएगा। निगम द्वारा आज कराए जाने वाला कार्यक्रम महापौर सुनीता दयाल की अध्यक्षता में होगा। इसके मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह, विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप एवं राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, विधायक अतुल गर्ग, विधायक अजितपाल त्यागी, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं सभी 100 पार्षदों को आमंत्रित किया गया हैं। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि हिंदी भवन में सोमवार को शाम साढ़े चार बजे गाजियाबाद-311 एप लॉन्च करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। सोमवार से गाजियाबाद-311 मोबाइल एप की सुविधा जनता को मिलने लगेगी।
मोबाइल एप की मदद से शहरवासी घर बैठे ही नगर निगम से संबंधित 66 प्रकार की समस्याओं का समाधान करा सकेंगे। वहीं, 5.83 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार उत्तरांचल और पूर्वांचल भवन का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12 या 13 मार्च को वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। उन्होंने बताया कि 311 एप के शुरू होने से नगर निगम से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए लोगों को निगम के दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके जरिए 66 प्रकार की शिकायतों को मोबाइल एप पर कहीं से भी दर्ज कराया जा सकेगा। एप के माध्यम से घर बैठे ही संपत्ति कर जमा किया जा सकेगा। इसके अलावा जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जा सकेगा। इस एप से निगम की विभिन्न सेवाओं को जोड़ा गया है। इनमें उद्यान, डेयरी, पार्किंग, ट्रेड लाइसेंस, स्ट्रीट लाइट, म्यूटेशन, कैटल केचिंग, जलकल, निर्माण, अतिक्रमण, सीवर, हाउस टैक्स, आईटी आदि शामिल हैं। कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आने पर शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी। पालतू कुत्तों का पंजीकरण भी एप के जरिये कराया जा सकेगा। एप के माध्यम से अपने आसपास नजदीकी शौचालय, सामुदायिक सुविधा केंद्र की जानकारी भी ली जा सकेगी।
वहीं, नगर निगम के कर्मचारियों की हाजिरी भी एप के माध्यम से होगी। मोबाइल एप के माध्यम से ही अधिकारी और कर्मचारी हाजिरी लगाएंगे। इससे उनकी लोकेशन का आसानी से पता चल जाएगा। साथ ही, ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा। आमतौर पर पार्षदों की शिकायत रहती है कि खासकर फील्ड कर्मचारी मौजूद नहीं मिलते। ऐप के माध्यम से कचरे की शिकायत मिलते ही निगम की टीम पहुंचकर तत्काल निस्तारण करेगी। सड़कों पर कचरा फैलाने वालों की शिकायत भी आम नागरिक इस एप के माध्यम से कर सकेंगे। इससे शहर के सभी 100 वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ ही एप के जरिए किताबें, बर्तन एवं कोई भी सामग्री दान करने की भी सुविधा दी जाएगी। 311-एप के लिए नगर निगम मुख्यालय स्थित बेसमेंट में इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है। सेफ सिटी के तहत कंट्रोल रूम में कैमरों को जोडऩे और प्रस्तावित आईटीएमएस योजना के तहत लगने वाले कैमरों की मदद से डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाली गाडिय़ों के अलावा शहर की सफाई व्यवस्था पर पैनी नजर रखी जाएगी। एप पर आने वाली सफाई संबंधित शिकायतों का निस्तारण नियंत्रण कक्ष में बैठे कर्मचारी तत्काल कराएंगे।
मुख्यमंत्री करेंगे उत्तरांचल और पूर्वांचल भवन का लोकार्पण:
नगर आयुक्त ने बताया कि उत्तरांचल और पूर्वांचल भवन का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 12 या 13 मार्च को वर्चुअल लोकार्पण कर सकते हैं। इनके लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री से समय मांगा गया हैं। उन्होंने बताया कि नंदग्राम में बद्रीनाथ धाम के डिजाइन पर आधारित उत्तरांचल भवन बनकर तैयार हो गया है। लगभग 745.50 वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर बनाया गया है, इसके निर्माण पर लगभग 2.90 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। वहीं,अर्थला में करीब 2.93 करोड़ रुपए की लागत से 615 वर्ग मीटर जमीन पर पूर्वांचल भवन का निर्माण किया गया है। शहर में बड़ी संख्या में उत्तरांचल और पूर्वांचल के लोग रहते हैं। ये लोग अपने पर्व-त्योहार एक साथ इकट्ठा होकर त्योहार मना सकेंगे।