स्वच्छ भारत मिशन और अमृत 2.0 के लिए गाजियाबाद तैयार

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
नई दिल्ली/गाजियाबाद।
प्लास्टिक उन्मूलन और भू-जल संचयन की दिशा में गाजियाबाद शहर में भगीरथी प्रयास किए गए हैं। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। शहर की स्वच्छता एवं भू-जल संकट से निपटने के लिए उठाए गए इन कदमों के बाद गाजियाबाद नगर निगम अब स्वच्छ भारत मिशन 2.0 तथा अमृत 2.0 के लिए पूरी तरह से तैयार है। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नगर निगम की योजनाओं का प्रेजेंटशन देकर भविष्य की तैयारियों से भी अवगत कराया।

गाजियाबाद नगर निगम ने प्लास्टिक उन्मूलन और भू-जल संचयन को लेकर अह्म कदम उठाए हैं। इसके तहत वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग सड़कों के निर्माण एवं आकर्षक उत्पाद बनाने में किया गया है। जबकि तालाबों का जीर्णोद्धार कर भू-जल संचयन को बढ़ावा देने की कोशिश की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को स्वच्छ भारत मिशन 2.0 तथा अमृत 2.0 को लॉन्च किया गया। इस दरम्यान नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने गाजियाबाद नगर निगम की योजनाओं का प्रेजेंटशन दिया। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी।

लॉन्चिंग के अवसर पर उत्तर प्रदेश की तरफ से जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों ने शिरकत की। डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में नगरायुक्त तंवर ने मुख्य रूप से जल संचयन तथा गार्बेज फैक्ट्री की कार्ययोजना के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद शहर में जल संचयन की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। गार्बेज फैक्ट्री में कूड़ा-कचरा निस्तारण का काम सुचारू रूप से चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक टूरिज्म के अंतर्गत नगर निगम ने बड़ी सफलता अर्जित की है। वेस्ट मटेरियल का बेस्ट उपयोग कर किस प्रकार शहर को साफ स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है इसकी मिसाल गाजियाबाद नगर निगम ने पेश की है। गाजियाबाद में देश के कई शहरों को रास्ता दिखाया है।

कार्यक्रम में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की उपस्थिति में नगरायुक्त तंवर ने सफलतापूर्वक प्रेजेंटशन दिया। इस दौरान मेयर आशा शर्मा के अलावा नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, बरेली मेयर उमेश गौतम, नगर पालिका परिषद हापुड़ के अध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत, नगर पंचायत बदायूं के अध्यक्ष सेनरा वैश्य तथा अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे, कार्यकारी निदेशक एसबीएम डॉ. विपिन जैन, अपर निदेशक स्थानीय निकाय निदेशालय पीके श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता नगर निगम अयोध्या मनीष अवस्थी, मुख्य अभियंता उत्तर प्रदेश जल निगम आगरा हरीश कुमार कंसल, मुख्य अभियंता नगर निगम गाजियाबाद नरेंद्र कुमार चौधरी, मुख्य अभियंता क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र लखनऊ ए.के. गुप्ता, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद दादरी गौतम बुद्ध नगर समीर कुमार कश्यप, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद फरुर्खाबाद रविंद्र कुमार, अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी,  उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।सड़क निर्माण में प्लास्टिक का प्रयोग
नगर निगम ने गाजियाबाद शहर में प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग रोकने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा प्लास्टिक का इस्तेमाल सड़क निर्माण के अतिरिक्त सौंदर्यीकरण के काम में किया जा रहा है। शहर में कई ऐसी सड़कों का निर्माण कराया गया है, जहां निर्माण सामग्री के साथ प्लास्टिक का भी प्रयोग किया गया है। इससे सड़क की गुणवत्ता बेहतर होने के साथ-साथ वेस्ट प्लास्टिक के कारण सिरदर्दी भी खत्म हो गई है। गाजियाबाद नगर निगम ने सड़क निर्माण में प्लास्टिक का प्रयोग कर अनूठी मिसाल पेश की है।

तालाबों का जीर्णोद्धार
नगर निगम ने भू-जल स्तर में वृद्धि लाने के लिए शहर में तालाबों के जीर्णोद्धार पर ध्यान दिया है। इसके तहत नगर निगम के सिटी, कविनगर, विजय नगर, मोहन नगर एवं वसुंधरा जोन में 45 से ज्यादा तालाबों की दशा को सुधारा गया है। कुछ तालाबों का जीर्णोद्धार होना बाकी है। कोरोना संक्रमण के कारण इस काम में रूकावट भी उत्पन्न हो गई थी। शहर में प्राकृतिक जल स्त्रोतों को जीवित करने के लिए हरसंभव कोशिश हो रही है। तालाबों का जीर्णोद्धार कर उनके रख-रखाव और अतिक्रमण से बचाने को नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। विकसित कर दिए गए तालाबों में आस-पास के पानी की निकासी की व्यवस्था भी की गई है। इससे वहां जलभराव की समस्या से निजात मिली है।