महाराणा प्रताप ने शोषित ,वंचित और दबे कुचलों को साथ लेकर राष्ट्र के निर्माण के लिए संघर्ष की राह चुनी : सतेन्द्र सिसौदिया

मिट जाता हिंदुस्तान अगर महाराणा ना होते

अपने हक के लिए आगे बढ़कर मांगने में संकोच ना करें समाज

दादरी/ एनटीपीसी । ग्राम रसूलपुर में हिंदी तिथि अनुसार महाराणा प्रताप की 483 वीं जयंती मनाई गई। के मुख्य अतिथि सतेन्द्र सिसौदिया, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष पश्चिम उत्तर प्रदेश ने महापराक्रमी योद्धा महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ने सदैव शोषित वंचित और दबे कुचलों को साथ लेकर राष्ट्र के निर्माण के लिए संकल्प लिया और संघर्ष की राह चुनी। महाराणा प्रताप का नाम ही उर्जा का संचार करता है, अन्याय के प्रति डटकर मुकाबला करने वाले उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। लघु मेवाड के रुप में विख्यात साठा चौरासी में महाराणा प्रताप के सच्चे अनुयाई और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर शिक्षा संबल बना कर क्षेत्र का शैक्षणिक , सामाजिक, राजनैतिक विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वाले पूर्व विधायक मेघनाथ सिंह की जन्मस्थली रसूलपुर में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती मनाना पुनीत कार्य है। साठा चौरासी की जनता का प्यार और आशीर्वाद मेरी ताकत है ,पूंजी है, मुझे बनाने में वाली साठा चौरासी की बड़ी भूमिका है। जिसका मैं सदैव ऋणी रहूंगा। समाज के सहयोग उसकी एकता के चलते जिला अध्यक्ष से क्षेत्रीय अध्यक्ष तक के महत्वपूर्ण दायित्व मिले। क्षत्रिय समाज के बीच पहली बार खुलकर बोले भाजपा नेता सतेन्द्र सिसोदिया ने कहा क्षत्रिय सदैव मांगने में संकोच करता रहा है इसलिए उस नजरअंदाज किया जाता रहा।उन्होंने समाज से आह्वान करते हुए कहा कि वह अपने हक के लिए आगे बढ़कर मांगने में संकोच ना करें। लोकतांत्रिक व्यवस्था है, यहां मांगने वालों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता ।

उन्होंने कहा कि साठा चौरासी की एकता का ही परिणाम है जिसके सहयोग और समर्थन से मुझे भाजपा में बूथ अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष से लेकर क्षेत्रीय अध्यक्ष पद का दायित्व मिला है। क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया ने कहा कि समाज हित में काम करने वाले लोगों को आगे आकर मांगने में संकोच नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कि यदि समाज में कोई कमजोर साथी है, तो उसके उसकी मदद के लिए उसका हाथ पकड़े, उसकी पीठ थपथपा कर उसके साथ खड़े हो, तभी आप महाराणा प्रताप द्वारा दिखाए मार्ग पर चल सकते हैं। साठा चौरासी विकास मंच संस्थापक ललित राणा ने कहा कि मंच द्वारा दो दशक पूर्व जगाईं गई अलख उत्तर भारत में जन जागरण अभियान के रूप में पहचान बन चुकी है। इस दौरान लोक गायक उपेन्द्र राणा के बहुचर्चित गीत मिट जाता हिंदुस्तान अगर महाराणा ना होते , महाराणा लौट जा, संकट नै ओट जा, तू हीरा है हिंदुस्तान का जैसे गीतों पर तरुणाई झूम उठी। ब्लाक प्रमुख धौलाना निशांत सिसौदिया भाजयुमो क्षेत्रीय अध्यक्ष सुखविंदर सोम, साठा चौरासी विकास मंच संयोजक देवेन्द्र सिसौदिया, किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव ललित राणा , क्षत्रिय जन कल्याण संघ के प्रवक्ता कप्तान सिंह चौहान मंयक राणा, राम प्रकाश ठेकेदार,रणधीर सिंह,गम्भीर सिंह, संग्राम सिंह, देवेन्द्र चौहान, रसूलपुर प्रधान पवनेश राघव,शैलेन्द्र राणावत, उपेंद्र राणा ,राहुल राणा, मनोज फगौता, रविन्द्र सिंह, धर्मेंद्र पहलवान,अनिल राणा ने विचार व्यक्त किए ।संचालन डॉ गवेनद्र सिंह चौहान व अध्यक्षता देवेन्द्र खटाना ने की। ग्राम प्रधान पवनेश राघव ने सभी आगंतुकों का आभार जताया।

कवियों ने महाराणा की गाथा पर पढी कविताएं

महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित कवि सम्मेलन में पंडित साहित्य चंचल की अध्यक्षता में कवियों ने महाराणा प्रताप की वीर गाथा और उनसे जुड़े प्रेरक प्रसंग पर काव्य पाठ किया। संचालन करते हुए साहित्य चंचल ने जमकर वाहवाही लूटी ।इस दौरान अजय मिश्र दबंग, सविता सिंह शमां, सतीश दीक्षित, अंजलि सिसोदिया पंकज राणा‌ ने महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कविताएं पढ़ी।