नगर निकाय चुनाव से पहले शराब माफिया पर आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई

-रात में हरियाणा व चंडीगढ़ से शराब की खेप लेकर पहुंचे माफिया, सुबह होते ही पड़ी रेड
-शराब छिपाने के लिए शाहबाजपुर गांव के गोदाम में शराब माफिया ने बनाया था तहखाना  
-160 पेटी हरियाणा व चंडीगढ़ की शराब बरामद, महिला समेत तीन तस्कर गिरफ्तार
-नगर निकाय चुनाव में खपाने के लिए लेकर आए थे सस्ती शराब

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही शराब माफियाओं की सक्रियता बढ़ गई है। चुनाव को लेकर शराब माफिया भी सक्रिय हो गए हैं। शहर से लेकर गांव तक शराब की तस्करी के मंसूबे बुन रहे हैं। चुनावों में शराब का दौर चलता है। ऐसे में अवैध शराब की तस्करी भी काफी बढ़ जाती है। चुनाव में भरपूर मात्रा में शराब उपलब्ध होती है। चुनाव लड़ने वाले कई उम्मीदवार लोगों को जमकर शराब पिलाते हैं और चुनाव में विजय हासिल करने के लिए भरसक प्रयास करते हैं। यह हाल गाजियाबाद का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का है। त्योहारी एवं चुनावी सीजन में अवैध शराब का काला कारोबार पनपने लगता है। चुनाव में खड़े हो रहे उम्मीदवार अपने वोटरों को रिझाने के लिए उनके सामने हर प्रयास करते है, जिससे वोट उनकी झोली में आ सकें। हालांकि यह सारी चीजें प्रत्याशी सामने तो नही, लेकिन चोरी छिपे जरुर करते है।

वोटरों को शराब पहुंचाने का काम शराब माफिया आसान कर देते है। प्रत्याशियों के बताए स्थान पर अवैध शराब पहुंचाने के लिए उन्हें एक लिस्ट दे दी जाती है। अब वह शराब कैसे पहुंचानी है, यह सारा काम माफिया का होता है। आबकारी विभाग ने नगर निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही बड़ी कार्रवाई की है। शराब माफिया के मंसूबे पर चुनाव से पहले ही पानी फेर दिया। चुनाव में खपाने के लिए हरियाणा व चंडीगढ़ से मंगाई गई लाखों रुपए की शराब बरामद कर शराब को खपाने वाली महिला तस्कर एवं दो सगे भाईयों को गिरफ्तार किया है। शराब माफिया कुछ घंटे पहले ही हरियाणा व चंडीगढ़ से शराब की खेप लेकर गाजियाबाद में पहुंचे थे। उनके पहुंचते ही आबकारी विभाग की टीम ने उन पर धावा बोल दिया। लेकिन आबकारी विभाग की कार्रवाई की भनक लगते ही माफिया मौके से फरार हो गया।
आबकारी विभाग की टीम ने कई शातिर शराब माफिया को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। अवैध भट्टियां भी नष्ट की गई है। अभी तक की कार्रवाई में आबकारी विभाग ने ही माफिया पर शिकंजा कसा है। पुलिस के सुस्त रवैये का लाभ अभी तक माफिया और कच्ची शराब बनाने वाले उठा रहे हैं। इसी पर लगाम कसने के इरादे से आबकारी विभाग ने ये कदम उठाया है। अवैध शराब का निर्माण, परिवहन एवं बिक्री रोकने के लिए विभाग ने पूरी ताकत लगा दी है। चुनाव में सार्थक परिणाम के लिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रहा है।

प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी एवं पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में जनपद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि हरियाणा व चंडीगढ़ से शराब की बड़ी खेप गाजियाबाद में आने वाली है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए रात में आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, अनुज वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, आशीष पाण्डेय, त्रिभुवन सिंह हयांकी, अभय दीप सिंह, राकेश त्रिपाठी की संयुक्त टीम गठित की गई। आबकारी विभाग की संयुक्त टीम एवं थाना-लोनी बॉर्डर पुलिस द्वारा शुक्रवार तड़के करीब 5 बजे टीला शाहबाजपुर गांव में दबिश दी गई। दबिश के दौरान घर के अंदर नीचे टंकी में छिपाकर रखे ब्लू मूड़ ब्रांड की 4 पेटी, क्रेजी रोमियो ब्रांड की 7 पेटियां, चार्ली संतरा ब्रांड की 143 पेटियां एंव फ्रेश मोट्टा ब्रांड की 6 पेटियां कुल 160 पेटी हरियाणा और चंडीगढ़ मार्का शराब बरामद किया गया। दबिश के दौरान मौके से अल्टो कार, दो एक्टिवा स्कूटी, जूपिटर स्कूटी, टीवीएस बाइक बरामद किया गया।

माल को खपाने वाले तस्कर दीपक व उसके भाई प्रदीप पुत्र स्व: केसराम निवासी मकान नंबर 207, ग्राम-टीला शाहबाजपुर, महिला तस्कर पूनम पत्नी सोनू निवासी-गली नंबर 7 जहांगीरपुरी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। वहीं शराब माफिया रुपक पुत्र स्व: केशराम एवं दो अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए। जिसके खिलाफ थाने में आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया। उन्होंने बताया बरामद शराब की कीमत करीब पांच लाख रुपए है। तस्करों से पूछताछ की जा रही है कि शराब की आपूर्ति किसको करनी थी। उनके संपर्क में कौन-कौन हैं, इसकी भी जांच की जा रही हैं। शराब तस्करों के खिलाफ पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की जा रही है। किसी भी तस्कर को बख्शा नही जाएगा।

छोटे-बडे शराब तस्करों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ उनके ठिकानों और गुर्गों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर शाम थाना मुरादनगर के अंतर्गत रोशनपुर सालेमाबाद में दबिश के दौरान हंसराज पुत्र स्व: लालमन सिंह निवासी रोशनपुर सालेमाबाद को 43 पौवे मिस इंडिया देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया है। जिसके खिलाफ थाना मुरादनगर में आबकारी अधिनियम की धारा 60 के तहत अभियोग पंजीकृत कराते हुए जेल भेजा गया।

शराब माफिया ने शराब छिपाने के लिए बनाया था तहखाना
नगर निकाय चुनाव में शराब खपाने के लिए माफिया ने गोदाम में जमीन के नीचे तहखाना बनाया हुआ था। जहां आराम से वह 1 हजार शराब पेटियों को छिपा सकते थे। निकाय चुनाव में खपाने को तस्करी कर हरियाणा से शराब लाई गई थी। कम कीमत पर शराब लाकर मनमाने दाम पर क्षेत्र में शराब की आपूर्ति करते। फरार शराब माफिया रुपक पूर्व में भी शराब तस्करी मामले में जेल जा चुका है। जो कि जेल से छूटने के बाद फिर से शराब तस्करी में सक्रिय हो गया था। जिस पर आबकारी विभाग की पहले से ही नजर थी। शराब माफिया गुरुवार देर रात ही हरियाणा व चंडीगढ़ से शराब की खेप लेकर शाहबाजपुर गांव में पहुंचा था और रातों रात ही शराब की पेटियों को गोदाम में जमीन के नीचे बने तहखाने में छिपा दिया। उसके कुछ देर बाद आबकारी विभाग की टीम ने धावा बोल दिया।

पहले तो आबकारी विभाग की टीम भी चारों तरफ शराब ढूंढती रही, लेकिन कुछ नही मिला। क्योंकि जिस जगह पर शराब होने का इनपुट मिला था, वहां विभाग के हाथ कुछ नही लगा। अचानक गोदाम में बने कमरों के बाहर अचानक बने सीवरेज टैंक जैसे ढक्कन पर आबकारी विभाग की नजर पड़ी। टीम ने जब यह ढक्कन हटाया तो अंदर का नजारा देखकर दंग रह गए। जमीन से करीब सात 10 फीट नीचे और 8-9 साइज का तहखाना बनाकर उसके अंदर शराब की पेटियों को छिपाकर रखा हुआ था। टीम ने अंदर घुसकर जब शराब की पेटी को निकालना शुरु किया तो शराब की पेटियों की सख्यां धीरे-धीरे सौ से पार हो गई। जो कि अंत में तहखाने से शराब की 160 पेटी बाहर निकाला गया। मगर कार्रवाई के दौरान शराब माफिया एवं उसके दो और साथी मौके से फरार हो गए। माना जा रहा है कि चुनाव सीजन में आबकारी विभाग की यह बड़ी कार्रवाई है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से एक बार फिर शराब माफिया को एक बड़ा झटका लगा है। जिस तरह शराब का आंकलन आबकारी विभाग 5 लाख रुपए कर रहा है, उसी शराब से माफिया करीब 10 लाख रुपए कमाने की फिराक में थे।