कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को ससमय करें तैयारी: सुरेश खन्ना

-जनपद में प्रभारी मंत्री ने कोविड को लेकर की समीक्षा बैठक, कैलाश मानसरोवर वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण
– सभी मेडिकल कॉलेज में 20 जून तक पीकू बेड स्थापित करने के निर्देश

गाजियाबाद। जनपद में कोरोना संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने के उद्देश्य से जनपद के प्रभारी मंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त संसदीय कार्य एवं चिकित्सा विभाग मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मंगलवार को राज्यमंत्री अतुल गर्ग, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, मेयर आशा शर्मा, विधायक सुनील शर्मा, अजितपाल त्यागी, नंदकिशोर गुर्जर, डॉ.मंजू सिवाच,जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल,महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय, डीआईजी/एसएसपी अमित पाठक, सीडीओ अस्मिता लाल, जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश, नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर, एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह, एडीएम यशवर्धन श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार, एसडीएम सदर देवेंद्र पाल सिंह, सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता, सीएमएस डॉ. संजय तेवतिया आदि अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक की। इससे पूर्व जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना को पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर किया। बैठक में उन्होंने कहा कि अप्रैल माह से 97 फीसदी कोरोना के केस घटे हैं। इसका अर्थ यह नहीं है की सावधानी न बरती जाए। आगे भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन शत-प्रतिशत रूप से सुनिश्चित कराया जाए ताकि नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसके लिए सभी अधिकारी अभी से तैयारी सुनिश्चित कर आगामी 20 जून तक कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी प्रकार की तैयारियां करना सुनिश्चित करेंगे। आगामी 20 जून तक सभी मेडिकल कॉलेज में पीआईसीयू के 100 बेड की तैयारी सुनिश्चित की जाएगी। इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम को भी निरंतर स्तर पर पूर्ण क्षमता के साथ संचालित किया जाए। सभी संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित कर इलाज संभव कराया जाए। बैठक में कोरोना की लहर के दौरान प्राइवेट अस्पतालों में इलाज को लेकर अधिक धनराशि वसूल करने के संबंध में जनप्रतिनिधियों द्वारा इस बिंदु को उठाया गया, जिसमें मंत्री ने जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से जांच करने के लिए अधिकृत किया है। बैठक में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को जानकारी दी कि वर्तमान में कोरोना को लेकर 3409 अस्पतालों में बेड उपलब्ध हैं, जिसमें 785 आईसीयू बेड एवं 229 वेंटिलेटर की व्यवस्था सुनिश्चित है। जनपद में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। 447 निगरानी समिति सक्रियता के साथ काम कर रही हैं। 135 आरआरटी टीम द्वारा निरंतर स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। कोरोना कफ्र्यू को लागू कराने के उद्देश्य से धारा-188 के तहत 3399 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। 1 लाख 20 हजार 42 नागरिकों के मास्क न लगाने को लेकर चालान किए गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर 8448 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन न करने पर 418 संस्थानों के विरूद्ध भी कार्रवाई की गई है। कोरोना टेस्टिंग के लिए शहरी क्षेत्रों में 12 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 20 केंद्रों पर कोरोना टेस्टिंग सुनिश्चित कराई जा रही है। तदुपरांत प्रभारी मंत्री ने संयुक्त चिकित्सालय संजय नगर में पहुंच कर कोरोना संक्रमित मरीजों को मिल रहे इलाज के संबंध में रियलिटी चेक किया। उन्होंने कोरोना संक्रमित आईसीयू में भर्ती मरीज चेतन प्रकाश, राजेंद्र सिंह तथा महेंद्री से फोन पर बात की। बाद में वह कैलाश मानसरोवर में संचालित वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण करने भी पहुंचे। मंत्री ने वैक्सीनेशन सेंटर पर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई।