शहर की सफाई व्यवस्था से खिलवाड़ नही होगा बर्दास्त: मेयर

-स्वास्थ्य विभाग एवं जलकल विभाग के साथ मेयर ने ली बैठक
-सीवर की समस्या एवं कूड़े की समस्या का समाधान करने के निर्देश

गाजियाबाद। शहर में सीवर समस्या के समाधान को लेकर मेयर ने स्वास्थ्य विभाग एवं जलकल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर वाबाग कंपनी के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि शहर में सबसे ज्यादा सीवर की समस्या है। जिसकी शिकायत के बाद भी समाधान नही हो रहा है। अगर समस्या जस की तस रही तो कंपनी के खिलाफ ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मेयर आशा शर्मा ने जीएम जल आनंद त्रिपाठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश, अधिशासी अभियंता जैदी, डॉ अनुज सिंह, नगर निगम के सफाई इंसपेक्टर एवं जलकल विभाग के अवर अभियंता एवं वाबाग कम्पनी के डिरेक्टर विजय, प्रोजेक्ट हेड रजनीश के साथ गुरूवार को शहर की सीवर समस्या को लेकर बैठक की। बैठक करते हुए मेयर ने सख्त निर्देश दिए कि अगर जल्द ही सीवर समस्या का समाधान नही किया गया तो कंपनी के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि शहर में सबसे ज्यादा सीवर की समस्या है।

जिसकी शिकायत करने के बाद भी समाधान नही किया जा रहा है। जगह जगह सीवर के मैन हॉल टूटे हुए है, साथ ही सीवर की डीशीलडिंग भी नही हुई है। उन्होंने अधिकारियों ने कहा कंपनी द्वारा जो कार्य नही किए गये है, उसमें कटौती की जाए। शहर में कम्पनी के द्वारा एक्शन प्लान तैयार कर कार्य करना होगा। लेकिन कम्पनी द्वारा कार्य नही किया जा रहा है। जिससे शहर में सीवर की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

वहीं मेयर ने शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि शहर में कूडे की समस्या का भी निस्तारण नही किया जा रहा है। 10 मार्च के बाद कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम शहर में आ सकती है। अगर जल्द ही कूडे की समस्या का समाधान नही किया गया तो संबधित अधिकारी के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए किए जा रहे कार्यो में तेजी लाई जाए। अधिकारी अपने कार्यालय से बाहर निकलकर शहर का भौतिक निरीक्षण करें, ना कि कार्यालय मेें बैठकर फीडबैक लेें।

उन्होंने वाबाग कंपनी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कड़े शब्दों में निर्देश दिए कि शहर की समस्या का निस्तारण कार्यालय में बैठकर नही, बल्कि बाहर निकल करें। तभी शहर की समस्या का तत्कालिक निदान होगा। नही तों शहर की समस्या जस की तस रहेंगी। यह कार्य स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखकर करने के साथ शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिदिन किया जाए। जब तक हम ही अपना कार्य में बदलाव नही लाएंगे, तब अन्य लोग भी सहयोग नही करेंगे। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए बरती जा रही लापरवाही बिल्कुल भी बर्दास्त नही की जाएगी। जिसे लेकर शहर में अभी से तैयार रहना होगा और स्वच्छता पर काम करना होगा। इसीलिए तत्काल प्रभाव से सफाई पर काम करने की जरूरत है, जिसके लिए शहर में निकल कर काम करना होगा।