श्री बादल का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है: डॉ पीएन अरोड़ा

गाजियाबाद। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के चेयरमैन डॉ पीएन अरोड़ा ने कहा कि 95 वर्षीय बादल का निधन मेरे लिए निजी अपूर्णीय छति है। उनके साथ बिताए हुए पलों को याद करते हुए डॉ अरोड़ा ने कहा कि वह बहुत ही महान व्यक्ति थे और बहुत ही सरल स्वभाव के थे।

डॉ अरोड़ा ने उनके जन्म स्थान पर उनके निवास स्थान श्री मुक्तसर साहिब के गांव बादल जाकर उनसे मुलाकात भी की थी। उन्होंने बताया कि प्रकाश सिंह बादल ने 1947 में राजनीति में कदम रखा। शुरुआत में उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब उन्हें सबसे कम उम्र के सरपंच बनने का खिताब मिला था। वह राजनीति के एक बहुत ही मजबूत स्तंभ थे और प्रेरणा श्रोत थे, उम्र में 90 पार होने के बावजूद प्रकाश सिंह बादल राजनीति में सक्रिय थे।

उनके इस संसार से चले जाने की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती। वह भारतीय राजनीति की एक महान हस्ती और एक उल्लेखनीय राजनेता थे, जिन्होंने हमारे देश के लिए बहुत योगदान दिया। उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम और कठिन समय में राज्य को सहारा दिया। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं।