1702 दुकानों का किराया बढ़ाएगा नगर निगम, तैयारी तेज

आय में वृद्धि के लिए बोर्ड बैठक में लाया जाएगा प्रस्ताव

गाजियाबाद। आमदनी बढ़ाने के लिए नगर निगम हरसंभव कदम उठा रहा है। इसी क्रम में अब दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी चल रही है। शहरभर में नगर निगम ने 1702 दुकानों को किराए पर उठा रखा है। लंबे समय से इन दुकानों का किराया नहीं बढ़ाया गया है। किराए में वृद्धि कर विभाग को मोटा मुनाफा होने की उम्मीद है। नगर निगम की बोर्ड बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। 15 अप्रैल के बाद नगर निगम अपनी दुकानों के किराए में बढ़ोत्तरी कर देगा। किराया बढ़ाने के साथ-साथ सिकमी किराएदारों (मूल आवंटी से अलग कब्जेदार) से डीएम सर्किल रेट के आधार पर प्रीमियम भी वसूला जाएगा।

एमएलसी चुनाव के कारण फिलहाल आदर्श आचार संहिता लागू है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद नगर निगम के अधिकारी इस प्रस्ताव पुन: बोर्ड में पेश कर लागू कराने की तैयारी में जुट गए हैं। दुकानों का किराया डीएम सर्किल रेट के आधार पर निर्धारित करने का निर्णय लिया गया था। इसके आधार पर सरकारी दुकानों के किराए में 4 से 11 गुना तक बढ़ोतरी हो जाएगी। अधिकांश दुकानों पर अब सिकमी किराएदार काबिज हैं। ऐसे किराएदारों से प्रीमियम भी जमा कराया जाएगा। नए आदेश से जहां दुकानदारों पर बढ़े किराए और प्रीमियम का बोझ बढ़ेगा, वहीं नगर निगम की सालाना आमदनी भी करीब 9 करोड़ रुपए बढ़ने की उम्मीद है।

विभागीय अधिकारियों ने इस प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में पेश किया था, मगर विधान सभा चुनाव नजदीक देख भाजपा पार्षदों ने इस प्रस्ताव को टाल दिया था। नगर निगम ने अब दुकानदारों को बढ़े किराए का नोटिस देकर उनसे मूल आवंटी होने के दस्तावेज मांगे हैं। अधिकांश दुकानदारों ने नोटिस का जवाब दे दिया है। ऐसे में इस प्रस्ताव को अंतिम रूप में पुन: नगर निगम की बोर्ड बैठक में रखने की तैयारी की जा रही है। एमएलसी चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद नगर निगम की बोर्ड बैठक आयोजित की जाएगी।

नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि विभाग ने काफी समय से दुकानों का किराया नहीं बढ़ाया है। जबकि मूल आवंटियों ने अधिकांश दुकानों को अन्य लोगों को कई गुना ज्यादा किराए पर दे रखा है। बोर्ड बैठक में किराया बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पेश किया जाएगा। बोर्ड बैठक के निर्णय के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम के सिटी जोन में 1474, मोहन नगर जोन में 95, कविनगर में 105, विजय नगर में 28 दुकानें हैं। नगर निगम की दुकानों का मौजूदा न्यूनतम किराया 150 रुपए प्रतिमाह है।

मौजूदा अधिकतम किराया 3 हजार रुपए प्रतिमाह, प्रस्तावित न्यूनतम किराया 1735 रुपए प्रतिमाह, प्रस्तावित अधिकतम किराया 8303 रुपए प्रतिमाह करने की तैयारी है। वहीं, सिकमी दुकानदारों से प्रस्तावित न्यूनतम प्रीमियम 60700 रुपए प्रति वर्ग मीटर और अधिकतम प्रीमियम 100723 रुपए प्रति वर्ग मीटर होगा। नगर निगम को वर्तमान में सालाना किराए से आमदनी 76 लाख रुपए प्रतिवर्ष है। किराए में वृद्धि होने के बाद प्रस्तावित आमदनी 9.80 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष होने की उम्मीद है।