नगर निगम के स्कूल बनेंगे स्मार्ट, प्रोजेक्टर के माध्यम से होगी पढ़ाई

– नगर निगम की टीम ने ग्रेटर नोएडा के स्कूल में जाकर देखा लाइव डिमास्ट्रेशन

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर का ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट स्कूल अब राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत और स्मार्ट दिखाई देंगे। जहां स्कूल में बच्चों की पढाई भी स्मार्ट होगी और वहा के शिक्षक आधुनिक तकनीक से बच्चों को शिक्षा देंगे। नगर निगम के स्कूलों को किस तरह से बनाया जाये और स्कूल में किस प्रकार के उपकरण लगाये जाएं यह जानने के लिए नगर निगम की टीम बुधवार को दादरी के धूम मानिकपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंची। टीम ने वहां डिमास्ट्रेशन देखा। एग्जयूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह की नेतृत्व में टीम ने स्मार्ट क्लासेज के कंस्ट्रक्शन और उसमें लगने वाले तकनीकि उपकरण के बारे में विस्तार से जानकारी ली। टीम में एग्जयूकेटिव इंजीनियर सैयद फरीद अहमद जैदी, असिस्टेंट इंजीनियर एसके रॉयल, अनूप सिंह, जेई योगेश कुमार, कपिल मोहन, राजेंद्र सिंह शामिल थे।नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने नगरायुक्त का चार्ज संभालने के बाद से ही नगर निगम के स्कूलों को बेहतर बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया था।

नगर आयुक्त की योजना है कि प्राइवेट स्कूलों की ही तरह नगर निगम के स्कूलों में भी बच्चों को सभी प्रकार की सुविधाएं मिले। बदलते समय में शिक्षा के क्षेत्र में भी कई बदलाव हुए है। जहां बच्चों की पढाई की साथ शिक्षकों के पढ़ाने का तरीके में भी बदलाव हुआ है। समय की गति के अनुसार जिस तरह गाजियाबाद के सभी अग्रेजी मीडियम स्कूल में बच्चों की पढाई में बदलाव हो रहा है। उसी बदलाव को देखते हुए भी अब नगर निगम ने अपने विद्यालयों की कार्यप्रणाली में बदलाव करने के लिए राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सभी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू कर दी है। स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए नगर निगम के अधिकारी भी इस रूपरेखा तैयार करने में जुट गये है। नगर निगम के 6 स्कूल है, इन स्कूलों में पढ़ले वाले करीब 6 हजार विद्यार्थी स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ाई करेंगे। बच्चों की पढ़ाई के लिए पहले स्कूल के शिक्षकों को भी इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद शिक्षक बच्चों को अपनी शिक्षा देंगे। उम्मीद की जा रही है कि मार्च के अंत तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। नगर निगम के एमबी गर्ल्स स्कूल की चंद्रपुरी, सिहानी, कैला भट्टा, मकनपुर, साहिबाबाद गांव, महरौली में करीब छह हजार छात्राएं पढ़ती हैं। इन विद्यालयों में करीब 114 शिक्षक है।

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि कोविड-19 दौर में आनलाइन शिक्षा व इंटरनेट के माध्यम से पाठ्य सामग्री बच्चों तक पहुंचाने की प्रक्रिया ने अपनी उपयोगिता साबित की है। इसलिए इस प्रक्रिया को नियमित तौर पर लाने व विद्यार्थियों को इससे जोडऩे की ओर मुहिम चलाई गई है। नगर निगम की ओर से राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इन स्कूलों को स्मार्ट बनाने का प्रस्ताव पूर्व में ही पास कर लिया गया था। जिस पर काम भी शुरू हो चुका है। करीब 6 करोड़ रुपये खर्च कर स्कूलों को स्मार्ट बनाने का कार्य किया जा जा रहा है। सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज बनाई जाएंगी। जिन पर प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। छात्राओं के लिए आधुनिक लैब बनाई जाएंगी। इसमें कंप्यूटर की बजाय टैबलेट लगाए जाएंगे। क्लास में पढ़ाए गए सेलेबस को छात्राएं इस लैब में टैबलेट के माध्यम से वीडियो के जरिए समझ सकेंगी। स्कूलों में प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चे चीजों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। विद्यालयों में कंप्यूटर की व्यवस्था भी कराई जाएगी। इन कंप्यूटर पर खुद काम कर बच्चे सीखेंगे। इससे उनकी तकनीकी समझ मजबूत होगी।

deshraj nigam engineer
देशराज सिंह
एग्जयूकेटिव इंजीनियर
गाजियाबाद नगर निगम

नगरायुक्त के निर्देशानुसार स्मार्ट कक्षाएं तैयार करने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। दादरी के धूममानिकपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में लाइव डिमास्ट्रेशन देखा। गाजियाबाद के सभी 6 स्कूलों में 6 कमरों को स्मार्ट क्लास रूम में परिवर्तित किया जाएगा। जल्द से जल्द काम पूरा किया जाएगा।
देशराज सिंह
एग्जयूकेटिव इंजीनियर
गाजियाबाद नगर निगम