प्रकृति ने नारी को मन से बनाया सशक्त: केके भड़ाना

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को किया सम्मन्नित

गाजियाबाद। प्रकृति ने नारी को मन से सशक्त बनाया है। उसके अंदर करुणा, दया, मोह सब कुछ समाया हुआ है इसलिए वह समर्पण की प्रतीक है लेकिन अबला नहीं है। आज के दौर में उसे और सशक्त बनाने के लिए हुनरमंद और शिक्षा के विविध आयामों से जोडऩा होगा तभी नारी सशक्तिकरण की अवधारणा साकार होगी। यह बातें सोमवार को नगर पालिका परिषद खोड़ा-मकनपुर सभागार में मिशन शक्ति के अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार भड़ाना ने कहीं। उन्होने कहा नारी को शिक्षा एवं सम्मान देने से ही मजबूत राष्ट्र और मजबूत समाज की कल्पना साकार की जा सकती है। शिक्षा एवं संस्कार ही नारी का संबल है। इसे अपनाकर ही वह अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं। नारी को समाज की रूढि़वादी परंपराओं से आगे निकलने का मौका दें। अधिशासी अधिकारी ने महिला कोरोना योद्धाओं, विशेषकर महिला सफाई कर्मियों को सुरक्षा उपकरण प्रदान किए तथा कोरोना में योगदान की सराहना की। उन्हें साबुन व मिष्ठान आदि वितरित कर सम्मानित किया गया। महिलाओं की रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु पेंटिंग, रंगोली व मेहंदी प्रतियोगिता कराई गई। निकाय क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाली स्वयं सहायता समूहों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर सफाई एवं खाद्य निरीक्षक संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।