कारोबार को बढ़ावा, हुनर व कौशल दिखाने का मिलेगा अवसर: डीएम

-2021 लाभार्थियों को बांटे 21.22 करोड़ के ऋण

गाजियाबाद। जिले में बैंकों से लोन लेकर स्वरोजगार करने वाली महिलाएं एवं कारोबारी को विभिन्न योजनाओं के तहत 21.22 करोड़ रुपए के ऋण के चेक वितरित किए गए।
गुरूवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी ऑफिस में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं जिला पंचायत अध्यक्षा ममता त्यागी ने सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक,जिला विकास अधिकारी पीएन दीक्षित, लीड बैंक मैनेजर एचएस खरे,सहायक आयुक्त उद्योग संदीप कुमार,सहायक आयुक्त उद्योग अमित सिंह आदि की मौजूदगी में चेक का वितरण किया। वहीं, लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मिशन रोजगार अंतर्गत स्वरोजगार संगम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वृहद मेले में 1.90 लाख हस्तशिल्प,कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को 16 हजार करोड़ रुपए का ऋण वितरण किया गया। मुख्यमंत्री का लाइव प्रसारण एनआईसी में किया गया। एनआईसी कार्यालय में मिशन रोजगार के अंतर्गत ऑनलाइन स्वरोजगार संगम मेले का आयोजन किया गया।

जनपद में मिशन रोजगार, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम,प्रधानमंत्री मुद्रा योजना,मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) और अन्य योजनाओं के अंतर्गत बैंकों द्वारा ऋण का वितरण किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि एनआईसी में जनपद के प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत लाभार्थी रेणु को मैन्यूफैक्च रिंग ऑफ टेक्सटाइल योजना के लिए 24.50 लाख रुपए का ऋण का चेक दिया गया। वहीं,एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के लाभार्थी गीता देवी को इंजीनियरिंग गुड्स में 1.84 करोड़ रुपए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में विश्वेंद्र को मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ इंटरलॉकिंग में 25 लाख रुपए के चेक वितरण किए गए। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में 2 लाभार्थी रेणु अरोड़ा को ब्यूटीशियन एवं ज्योति को टेलरिंग में प्रमाण पत्र वितरण प्रदान किए गए। डीएम ने कहा कि इससे कारोबार करने वालों को बढ़ावा मिलेगा। उत्पादों को नई पहचान व बाजार मिलने से कारीगरों, हस्तशिल्पियों को अपना हुनर व कौशल दिखाने का भी अवसर प्राप्त हो रहा है।

डीएम एवं जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी ने चेक वितरण एवं प्रमाण पत्र वितरित किए। डीएम ने बताया कि इसके अलावा 100 दिन की कार्ययोजना के तहत 2 हजार व्यक्तियों को जनपद में स्वत: रोजगार संबंधी ऋण प्रदान किए जाने का लक्ष्य शासन से निर्धारित किया गया। इसके सापेक्ष प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना,एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना,प्रधानमंत्री मुद्रा योजना,बैंकों द्वारा अन्य एमएसएमई इकाइयों के लिए कुल 2021 व्यक्तियों को 21.22 करोड़ 25 लाख का रुपए का ऋण प्रदान किया गया।