1 माह में गाजियाबाद के लोग पी गए 134.59 करोड की शराब

आबकारी विभाग ने कार्रवाई के बीच तोड़ा पिछले साल का रिकॉर्ड
कम साधन और इंस्पेक्टर की टीम शराब माफिया पर पड़ी भारी

गाजियाबाद। जनपद में शराब के शौकीनों की वजह से आबकारी विभाग के सरकारी खजाने में जमकर बढ़ोत्तरी हो रही है। एक तरफ आबकारी विभाग जहां सरकारी खजाने को भरने में अपनी अहम भूमिका को अदा कर रहा है तो वहीं अवैध शराब का कारोबार करने वाले माफिया के लिए सिरदर्द बना हुआ है। गाजियाबाद में शराब की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई है। शराब बिक्री की एवज में यूपी सरकार को राजस्व उपलब्ध कराने के मामले में गाजियाबाद अन्य जिलों के मुकाबले दूसरे नंबर पर है। विभाग ने बिना लाइसेंस चल रही बार पर कार्रवाई करने के साथ-साथ बाहरी शराब तस्करी रोकने के लिए भी तेजी के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया।

जनपद गाजियाबाद की बात की जाए तो यहां पर आबकारी विभाग ने शासन के निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक राजस्व प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को भेदने के साथ ही जनपद में आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं की भी कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में विभाग नए-नए कीर्तिमान स्थापित करता नजर आ रहा है। प्रदेश सरकार के खजाने में आबकारी राजस्व के रूप में रकम जुटाने में गाजियाबाद अहम भूमिका निभा रहा है। जबकि इस माह शराब के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है, उसके बाद भी शौकीनों ने आबकारी विभाग के खजाने को भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

जनपद गाजियाबाद में करीब 25,83546 आबादी के हिसाब से आबकारी विभाग के पास न तो पर्याप्त साधन है और ना ही पर्याप्त इंस्पेक्टर, मगर उसके बाद भी गाजियाबाद में आबकारी विभाग की टीम शराब माफिया से लोहा लेने में पीछे नहीं हट रही है, डटकर मुकाबला कर रही है। अगर पुलिस की बात की जाए तो एक थाने के फोर्स के बराबर आबकारी विभाग के 7 इंस्पेक्टर, 12 हेड कांस्टेबल और 19 सिपाही की संयुक्त टीम ने गाजियाबाद में अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने में पूरी तरह से सार्थक साबित हो रही है। चुनाव हो या कोई त्यौहार या फिर अवकाश का ही दिन क्यों न हो इन सब से परे होकर आबकारी विभाग की टीम अपने सिर्फ एक ही मकशद के साथ कार्रवाई में मशगूल रहती है। जिले में कही भी अवैध शराब का कारोबार न हो और न ही ओवर रेटिंग की शिकायत मिले। इसी उद्देश्य के साथ आबकारी विभाग की टीम अपने काम को अंजाम देने के लिए रात दिन भूलकर सड़कों पर मुस्तैद नजर आ रही है। आबकारी विभाग ने अप्रैल माह में राजस्व वसूली में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 134.59 करोड़ रुपए राजस्व वसूली की है। जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 30 करोड़ रुपए अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23 अप्रैल माह में 104.94 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था।

एक माह में 134.59 करोड़ रुपए की कमाई
अप्रैल 2023 में देशी शराब 15 लाख 65 हजार 474 लीटर, अंग्रेजी 10 लाख 45 हजार 600 बोतल, बीयर
38 लाख 58 हजार 760 केन की बिक्री हुई है। पिछले वर्ष अप्रैल 2022 में देशी 11 लाख 54 हजार 197 लीटर, अग्रेजी 8 लाख 26 हजार 526 बोतल, बीयर 36 लाख 91 हजार 440 केन की बिक्री हुई थी। आबकारी विभाग ने अप्रैल 2023 में 134.59 करोड़ रुपए की शराब बिक्री की है। पिछले वर्ष अप्रैल माह में आबकारी विभाग ने 104.94 करोड़ रुपए का राजस्व वसूला था। आबकारी विभाग शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के साथ-साथ राजस्व वसूली में भी हर माह नया रिकॉर्ड कायम कर रहा है।

सरकार की मंशा के अनुरूप शराब के परिवहन एवं निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग प्रतिदिन अपने कर्तव्य को अंजाम दे रहा है। गाजियाबाद में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष शराब की अधिक खपत हुई है। इसका सीधा फायदा राज्य सरकार के राजस्व को हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक राजस्व देशी शराब से मिला है। खपत बढ़ने से प्रदेश सरकार को इस वर्ष मार्च माह में गाजियाबाद से करीब 30 करोड़ रुपए की अधिक आय हुई है। जिले में बीयर, अंग्रेजी व देसी शराब एवं मॉडल शॉप की कुल 513 दुकानें हैं।

एक माह में 26 तस्कर पहुंचे जेल
आबकारी विभाग ने जहां एक तरफ इस माह राजस्व का नया रिकॉर्ड बनाया है तो वहीं अवैध शराब के कारोबार से जुड़े 26 तस्करों को जेल की हवा भी खिलाई है। आबकारी विभाग ने अवैध शराब के कारोबार में लिप्त अप्रैल माह में 26 लोगों को जेल भेजा है। साथ ही 7 वाहन को सीज की कार्रवाई भी की है। तस्करी में प्रयुक्त 3400 लीटर अवैध शराब को जब्त किया है। जनपद में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई का ही असर है कि एक माह में 26 लोग जेल और इनसे बरामद लाखों रुपए कीमत के वाहन आज कबाड़ धूल फांक रहे है।

दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की शराब को अवैध तरीके से गाजियाबाद में आने से रोकने के लिए प्रतिदिन आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, आशीष पाण्डेय, राकेश त्रिपाठी, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह हयांकी, अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की टीम द्वारा ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, दिल्ली-यूपी बॉर्डर के साथ-साथ शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

जनपद में शराब तस्करी रोकने के लिए हर दिन नई रणनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी हर संभव प्रयास किए जाते है। कम स्टाफ होने के कारण दिक्कत तो आती है, मगर सीमित संसाधन के बीच लगातार चेकिंग की जा रही है। ढाबे और होटलों पर भी चेकिंग की जा रही है। लोगों को सावधान किया जा रहा है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में छापेमारी एवं दबिश की कार्रवाई कर रही है। राजस्व में वृद्धि करना विभाग की प्राथमिकता में शुमार है। जिसके लिए समय-समय पर हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जहां भी शराब तस्करों के ठिकाने थे, उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। इसके अलावा लाइसेंसशुदा विक्रेताओं को भी सख्त हिदायत दी गई है। नियमानुसार शराब की बिक्री करें, जिससे ओवर रेटिंग न हो सकें। होटल व बिना लाइसेंस चल रहे बार पर कार्रवाई कर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा हैं।
राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी