खिलाडिय़ों ने ली नशामुक्ति की शपथ

नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन

गाजियाबाद। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग, गाजियाबाद एवं भागीरथ सेवा संस्थान द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान अपना असर दिखाने लगा है। इस अभियान के साथ समाजसेवी संस्थाएं आगे आने लगी है।गुरूवार को राजनगर एक्सटेंशन स्थित क्रिकेज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। ये मैच गाजियाबाद एनएमबीए-11 और एनएसजी क्रिकेट एकेडमी, राजनगर के बीच खेला गया। एनएमबीए-11 ने 15 ओवर के मैच में 90 रन बनाए और 6 रनों के मामूली फर्क से इस करीबी मुकाबले को जीत लिया। इस मैत्री मैच का उद्देश्य नशे के विरुद्ध लोगों में जागरूकता फैलाना था। क्रिकेज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मालिक विकास डागर और क्रिकेट कोच गोल्डी सहगल ने विजेता टीम को ट्रॉफी और बॉल भेंट की। मैच के अंत में प्रतिभागी खिलाडिय़ों ने नशा मुक्त भारत अभियान से जुड़ कर नशे के विरुद्ध जागरूकता फैलाने एवं समाज को नशे से दूर रखने की शपथ भी ली। विकास डागर ने कहा कि किसी भी अभियान को सफलता के शिखर पर तभी ले जाया जा सकता है जब उस अभियान से युवा जुड़े। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि नशा छोड़ें और ख़ुद को खेल से जोड़ें।भागीरथ सेवा संस्थान के निदेशक अमिताभ सुकुल ने कहा कि आज नशे की चपेट में युवा वर्ग सबसे अधिक आ रहा है। ऐसे में जरूरत है कि युवाओं को समझाया जाए कि नशा किसी भी सूरत में लाभदायक नहीं है। नशे से व्यक्ति के साथ-साथ परिवार, समाज और देश का भी नुकसान होता है। ऐसे में खिलाडिय़ों को नशा मुक्ति अभियान में जोडऩा सबसे जरूरी है। यदि खिलाड़ी नशे का प्रयोग करेगे तो यह घातक साबित हो सकता है। इसलिए नशावृत्ति को रोकने के लिए पूरे समाज को एकजुट होकर नशे के खिलाफ लामबंद होना पड़ेगा।