जनपद में भूगर्भ जल में सुधार के लिए तैयारियां तेज

– डीएम ने उद्यमियों के साथ कई बिंदुओं पर चर्चा की
– रेमीडिऐशन कार्य पर श्रीराम पिस्टन ने खर्च किए 26 करोड़

गाजियाबाद। जनपद में भूगर्भ जल को बचाने के उद्देश्य से मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद के लिए भूगर्भ जल बचाना बहुत जरूरी है। अत: सभी अधिकारियों को इस दिशा में कार्ययोजना बनाकर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी ताकि भूगर्भ जल का अधिकतम संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। बैठक में मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधि द्वारा अवगत कराया गया कि प्रभावित क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति कराए जाने के लिए अपर जिलाधिकारी (नगर) के पूर्व आदेश द्वारा प्रक्रिया में क्रोमियम का प्रयोग करने वाले उद्योगों को कुल व्यय में भागीदारी तय की गयी थी, जिसमे मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. गाजियाबाद 59 प्रतिशत, मै. मास्कट इडिया टूल्स एंड फोर्जिग प्रा.लि. गाजियाबाद 37 प्रतिशत, मै. कथूरिया ब्रादर्स (लेदर सेक्शन) गाजियाबाद 3 प्रतिशत एवं मै. मार्शल साइकिल गाजियाबाद 1 प्रतिशत की भागीदारी रही। बैठक में आरओ पोलूशन ने जानकारी दी कि मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स द्वारा प्रस्तुत रेमीडियेशन प्रस्तावानुसार एक्सट्रेशन बोरवैल की स्थापना कर पंप एंड ट्रीट प्रक्रिया से रेमीडियेशन प्रक्रिया को प्रारंभ किया था तथा वर्तमान में भी उनके द्वारा पंप एवं ट्रीट मैथड एवं बायोरेमीडिऐशन के माध्यम से ग्राउंड वाटर रेमीडिऐशन का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में उक्त रेमीडिऐशन कार्य के लिए मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. द्वारा लगभग 26 करोड़ का व्यय किया गया है। मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. द्वारा किए गए व्यय के अनुसार उद्योगों द्वारा दिए जाने वाले अंशदान के सापेक्ष वर्तमान में मै. मस्कट इंडिया टूल्स एण्ड फोर्जिंग प्रा.लि. द्वारा लगभग 10 करोड़ दिए जाने थे, लेकिन इनके द्वारा अब तक अपने द्वारा दिए जाने वाले अंशदान का भुगतान नहीं किया गया। जिस पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा मै. मस्कट इंडिया टूल्स एंड फोर्जिंग प्रा.लि. द्वारा व्यय किए जाने वाले अंशदान की प्राप्ति के लिए रिकवरी प्रमाण पत्र जारी किए जाने की कार्यवाही प्रारंभ किए जाने के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में क्षेत्र में भूगर्भ जल में प्रदूषण की समस्या के प्रभावी निराकरण के लिए जिलाधिकारी द्वारा मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. को वर्तमान में संचालित किए जा रहे पम्प एंड ट्रीट एवं बायोरेमीडिऐशन व्यवस्था जारी रखने के निर्देश दिए गये हैं व उद्योगों को ईटीपी का संचालन नियमानुसार किये जाने के लिए भी निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा को प्रकरण मे संबंधित समस्त भूखंडों को हस्तांतरित किये जाने की कार्यवाही करते समय भूखंडों पर निर्धारित पर्यावरणीय व्यय के संबंध मे शर्त अधिरोपित किए जाने के निर्देश दिए गये। बैठक में क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा क्षेत्रीय अधिकारी उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अधिशासी अभियंता जलकल विभाग, नगर निगम, मै. श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स लि. के प्रतिनिधि, मै. कथूरिया ब्रादर्स के प्रतिनिधि द्वारा प्रतिभाग किया गया।