जिले का पहला चाइल्ड अस्पताल बनेगा राम सरन गर्ग इंडो-जर्मन

-अस्पताल में 60 बैड्स, 1 वैंटिलेटर तथा आईसीयू वार्ड की तैयारी शुरू, डीएम ने किया निरीक्षण

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार जनपद के सभी कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है। इस सब के बीच कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित रखने एवं समय से उपचार करने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। एन.एच.-24 स्थित राम सरन गर्ग इंडो-जर्मन अस्पताल जनपद का पहला चाईल्ड डेडिकेटिड अस्पताल बनने जा रहा है। इस अस्पताल में बच्चों के उपचार के लिए 60 बैड्स, 1 वैंटिलेटर तथा आईसीयू वार्ड जैसी सभी महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। जल्द यहां आक्सीजऩ प्लांट भी बनाया जाएगा। यह अस्पताल जनपद का पहला बच्चों के लिए समर्पित अस्पताल होगा। इस चाईल्ड डेडिकेटिड अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध रहेगा, जिसके लिए प्रशासन द्वारा कुशल चिकित्सकों की सूची तैयार कराई जा रही है। इसके साथ ही अस्पताल में आईसीयू वार्ड में एनीथीसिया के डॉक्टर भी उपलब्ध रहेगा। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बच्चों के लिए प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ रखा जाएगा तथा अस्पताल में मुख्य रूप से बच्चों में सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहेंगी। अस्पताल में डेडिकेटिड स्टाफ नर्स रखी जाएंगी, जो बच्चों की केयर करने में दक्ष होंगी। अस्पताल में वैंटिलेटर, टैक्नीशियन आदि भी उपचार हेतु उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही उपचार के दौरान यहां गॉर्जेन, परिजनों को बच्चों के उपचार की यथास्थिति के बारे में दिन में कम से कम 3 से 4 बार उन्हें अपडेट मिलती रहेगी। इस अस्पताल की सबसे खास बात यह होगी कि यहां के डॉक्टर्स वर्चुवल आईसीयू के माध्यम से देश के शीर्ष संस्थानों के चिकित्सकों के साथ जुड़ेंगे। यह अस्पताल सीसीटीवी कैमरों से युक्त होगा। जिला प्रशासन ने जनपद के सभी प्राईवेट अस्पतालों के प्रबंधकों को अपने-अपने अस्पतालों में कम से कम 10-10 बैड्स बच्चों के उपचार के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए हंै। इसी क्रम में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने राम सरन गर्ग इंडो-जर्मन अस्पताल का निरीक्षण किया तथा अस्पताल में उपलब्ध बैड्स, आईसीयू वार्ड इत्यादि व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को उपरोक्त समस्त कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं।