स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 का आगाज, गाजियाबाद को अव्वल बनाने के लिए फीडबैक में दे सहयोग: डॉ.मिथिलेश

-नागरिक फीडबैक की रहेंगी अहम भूमिका, सकारात्मक फीडबैक शहर को बनाएगा नंबर वन

गाजियाबाद। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 का आगाज होने के चलते अब शहर के नागरिकों से भी फीडबैक लिया जा रहा है। 31 मार्च तक यह सर्वेक्षण चलेगा।
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की टीमें 10 मार्च के बाद कभी भी दस्तक दे सकती है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर सिंह ने का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 को लेकर नगर निगम अधिकारियों द्वारा तैयारियां की जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि सर्वेक्षण की टीम के निरीक्षण पहले डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करना, कालोनी, पार्क व सड़कों की सफाई, गड्ढामुक्त सड़कें, कूड़ा निस्तारण, भवनों की जियो टैगिंग व जल निकासी से जुड़ी सभी समस्याओं का निस्तारण कर लिया जाए। इस बार शहर के नागरिकों का स्वच्छता के प्रति सकारात्मक फीडबैक भी शहर को नंबर वन लाने में अहम भूमिका निभाएगा। जिसके लिए निगम की टीम पूरी तरह से जुटी हुई है।

स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मिथिलेश कुमार का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 शुरू हो चुका है। जहां शहर के लोगों से स्वच्छता को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है। इसमें शहरवासी अपना सहयोग दें। पिछली बार प्रदेश में दूसरे स्थान पर था। तब भी एक स्थान ऊपर चढ़े थे। इस बार भी एक स्थान की छलांग लगाकर गाजियाबाद प्रदेश में अव्वल रहेगा। लोग अपनी भागीदारी जरूर निभाएं और क्यूआर कोड स्कैन कर अपना सकारात्मक फीडबैक दें। जिससे अपना गाजियाबाद प्रदेश में अव्वल स्थान प्राप्त करें। क्योंकि शहर को स्वच्छ एवं सुुंदर बनाने जितनी जिम्मेदारी नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी निभा रहें है, उतनी ही जिम्मेदारी शहर के नागरिक भी निभा रहें है। बिना शहर के नागरिकों के सहयोग के चलते यह प्रयास सफल नही हो पाएगा। नगर निगम ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए पूरी लगन से कार्य किया है और आगे भी करता रहेगा।

पहले से अलग होगा इस बार सर्वेक्षण:
नगर निगम पहले दो वर्षों से अपनी रैंकिंग सुधारने में कामयाब रहा है। लेकिन इस बार का सर्वेक्षण पहले से अलग होगा। इस बार का सर्वेक्षण 7500 अंक का होगा। अंकों में बदलाव किया गया है। सर्वेक्षण के तीन हिस्से होंगे। सिटीजन वाइस के 2250, सर्टिफिकेशन के 2250, सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 3000 अंक होंगे। जिसके लिए नगर निगम ने जगह-जगह क्यूआर कोड चस्पा किए हैं। नगर निगम इंटरनेट के माध्यम से भी नागरिकों से यह कोड स्कैन कर सर्वेक्षण में अपना सकारात्मक फीडबैक देने की अपील कर रहा है। सर्वे में 15 पांच सवाल हैं, मगर हर नागरिक से पांच सवाल पूछे जाएंगे। लोगों से पूछे जाने वाले सवालों में इस बार जुर्माने के प्राविधान, यूजर चार्ज आदि को शामिल किया गया है। लोगों को इनके बारे में कितनी जानकारी है, इससे नगर निगम की कार्यप्रणाली का पता चलेगा और इसी आधार पर नंबर दिए जाएंगे।

दो सप्ताह में कितना होगा सुधार:
स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने से महज दो सप्ताह पहले ही नगर निगम सफाई व्यवस्था को औैर बेहतर बनाने के लिए कार्र्रवाई शुरू की थी। सड़क पर कूड़ा फेंकने, खुले में मलबा रखने, खुले में कूड़ा जलाने, हरनंदी नदी में मलबा फेंकने, हिंडन नदी में सीवरेज के टैंकर बहाने वालों की निगरानी और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। जिसके लिए निगम टीम को जुर्माने की रशीद भी दी गई थी। अब रैंकिग में कितना सुधार होता है यह आने वाला परिणाम ही बताएंगा। स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में नागरिक फीडबैक की अहम भूमिका होगी।

सकारात्मक फीडबैक ही शहर को नंबर वन बनाएगा। शहर को स्वच्छत एवं सुंदर बनाने के लिए पहले से ही कई योजनाएं शुरू की हुई है। मेयर आशा शर्मा एवं नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशानुसार नगर निगम टीम शहर में स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता अभियान चला रही है। साथ ही शहर वासियों के पास जाकर फीडबैक भी ले रही है। जिसमें गाजियाबाद वासी निगम टीम से कुछ कमियां बताते हैं तो कुछ निगम के कार्यों की सराहना करते हैं। इसी के चलते शहर वासियों से अपील भी की जा रही है कि अधिक से अधिक सकारात्मक फीडबैक देकर अपने शहर को नंबर वन बनाए जाने की ओर अग्रसर करें।

डॉ. मिथिलेश कुमार
नोडल अधिकारी एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी

नगर आयुक्त के निर्देश पर डोर-टू-डोर नगर निगम टीम द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नागरिकों से फीडबैक कराया जा रहा है। हजारों नागरिकों का फीडबैक लिया जा चुका है। इसके साथ ही नागरिकों से अपील भी की जा रही है कि गाजियाबाद शहर को अव्वल बनाने के लिए अधिक से अधिक नागरिक सकारात्मक फीडबैक दें। नगर निगम के पांचों जोन के जोनल प्रभारियों के माध्यम से अन्य विभागीय अधिकारी द्वारा भी शहर वासियों से अधिक से अधिक फीडबैक कराने का कार्य किया जा रहा है। इसमें क्षेत्रीय पार्षदों, आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों,स्वयंसेवक संस्थाओं का विशेष सहयोग फीडबैक में किया जा रहा है। शहर के लोग अपने शहर के लिए ऑनलाइन फीडबैक के लिए लिंक  https://ss-cf.sbmurban.org/#/feedback पर फीडबैक दे सकते हैंl
डॉ. मिथिलेश कुमार
एसबीएम नोडल अधिकारी एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी