-देश के लाखों शिक्षक चरणबद्ध तरीके से करेगे आंदोलन
– 25 जुलाई से 25 अगस्त तक हस्ताक्षर अभियान, 5 सितंबर को सौंपेगें ज्ञापन
गाजियाबाद। पुरानी पेंशन बहाली व लम्बे अरसे से लंबित पड़ी समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने पूरे देश में आंदोलन के लिए कमर कस ली है। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ अनुज त्यागी ने बताया कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ पच्चीस लाख शिक्षकों का देश में सबसे बड़ा एक मात्र संघटन है जो कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पिछले काफी समय से देशव्यापी आंदोलन चरणबद्ध तरीके से चला रहा है।
डॉ अनुज त्यागी ने बताया कि 1 अप्रैल 2004 के बाद नियुक्त शिक्षक व कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से वंचित कर दिया गया है तथा एक नई पेंशन योजना लागू कर दी जो शिक्षक एवम कर्मचारियों के हित में नही है। जिससे पूरे देश का शिक्षक एवम कर्मचारी आक्रोशित है। जिसको लेकर अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल सिंह के नेतृत्व में सभी राज्यों के शिक्षक प्रतिनिधियों की एक बैठक दिल्ली में आयोजित हुई। जिसमें पूरे देश के शिक्षकों कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षामित्र, अनुदेशक, संविदा शिक्षक एवम संविदा पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को स्थायी किया जाना, नई शिक्षा नीति से शिक्षक विरोधी प्रविधानों को हटाया जाना, देश के समस्त राज्यों में सातवे वेतन आयोग की अनुशंसा को शत प्रतिशत रूप से लागू किया जाना इन्ही समस्याओं को लेकर सभी शिक्षकों द्वारा पूरे भारतवर्ष में देशव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।
जिसके क्रम में पूरे देश में सभी शिक्षक चरणबद्ध रूप से आंदोलन करेंगे।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुशील पाण्डेय ने प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की घोषणा कर दी है जिसके क्रम में संगठन ने 25 जुलाई से 25 अगस्त तक सभी शिक्षकों द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाकर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी तथा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रांतीय नेतृत्व द्वारा भारत सरकार एवम राज्य सरकारों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 15 सितंबर से 20 सितंबर के बीच प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना देकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएंगे तथा 15 नवंबर को लखनऊ की राजधानी में धरना देकर आंदोलन किया जाएगा। इसी क्रम में 30 जनवरी को देश के सभी शिक्षकों द्वारा दिल्ली में धरना देकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।