मंडी शुल्क के विरोध में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दिया धरना

-मंडी शुल्क वापस नही लिया तो होगा आंदोलन

गाजियाबाद। राज्य सरकार द्वारा किराना सामानों पर लगाए गये डेढ़ फीसदी मंडी शुल्क के विरोध में यूपी किराना व्यापारी संघ के आहवान पर किराना कमेटी गाजियाबाद के नेतृत्व में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर धरना शुरू कर दिया है। मंडी शुल्क के विरोध में पिछले 24 दिन से व्यापारी लगातार विरोध कर रहें है। विरोध के दौरान सरकार को मंडी शुल्क हटाने के लिए पत्र भी दिया गया। मगर उसके बाद भी कोई भी हल नही निकला। बुधवार को किराना मंडी के बाहर जीटी रोड पर बंद पेट्रोल पंप पर किराना कमेट गाजियाबाद के बैनर तले सैकड़ो व्यापारियों ने दुकानें बंद कर सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया। अध्यक्ष संजय गर्ग ने बताया कि उत्तर प्रदेश मंडी परिषद में पूर्व में प्रदेश सरकार द्वारा मंडी के बाहर लगने वाले मंडी शुल्क को हटा दिया था, जिसको दोबारा बहाल कर दिया गया है। उस समय भी व्यापारियों ने बड़े स्तर पर इसका विरोध किया था। लेकिन एक बार फिर प्रदेश सरकार ने किराना के सभी सामानों पर डेढ़ फीसदी मंडी शुल्क लागू कर दिया है। इस शुल्क के लागू होने से सभी किराना वस्तुओं पर महंगाई बढ़ जाएगी। तो वहीं किराना व्यापारियों को भी अधिक शुल्क अदा करना होगा जो पूरी तरह से आमजन के संकट को बढ़ाएगा। धरनारत व्यापारियों ने बढ़े हुए मंडी शुल्क को वापस लेने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर मंडी शुल्क वापस नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा व सड़कों पर उतरकर व्यापारी प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा व्यापारी वर्ग हमेशा से सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा है। व्यापारियों को राहत देने के लिए मंडी शुल्क को वापस लिया जाए। मुख्यमंत्री से मांग करते हुए व्यापारियों ने कहा कि इस आदेश को वापस लेने लेने के लिए मंडी परिषद को निर्देश दिया जाए। किराना व्यापारियों के समर्थन में अन्य व्यापार संगठन भी आ गए हैं। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल गाजियाबाद के अध्यक्ष गोपीचंद भी किराना व्यापारियों के धरने में शामिल हुए और उन्हें हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। प्रदर्शन के दौरान विनोद, महेश शर्मा, अशोक शर्मा, अंकुर जैन, अंकित गर्ग, अर्पित गर्ग, ज्ञानी राम, विशाल सिंघल, प्रवीन गुप्ता, विजय कुमार, आय कुमार, मनीष जैन, प्रमोद जैन, इन्दर जैन, हिमांशु समेत सैंकड़ों व्यापारी मौजूद रहे।