बिना परमिट-डग्गामार बसों पर ट्रैफिक पुलिस का शिकंजा

-बिना परमिट-डग्गामार 35 बसों को किया सीज

गाजियाबाद। बिना परमिट और परमिट की शर्तों का उल्लंघन कर संचालित की जा रही डग्गामार बसों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ट्रैफिक पुलिस ने रोडवेज की अनुबंधित बसों समेत प्राइवेट डग्गामार 35 बसों पर कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया।
एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर परमहंस तिवारी एवं अन्य ट्रैफिक इंस्पेक्टर और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने अभियान चलाते हुए शुक्रवार को बसों को सीज करने की कार्रवाई की गई। पुलिसकर्मियों ने अभियान चलाते हुए शहर की सड़कों पर दौडऩे वाली डग्गामार बसों की चेकिंग करने के बाद कुल 35 बसों को सीज किया गया। यह सभी बसें बगैर परमिट और परमिट की शर्तों के अनुसार उल्लंघन करते हुए दूसरे रूटों पर संचालित होने पर इन्हें सीज किया गया। बसों को सीज करने के बाद संबंधित थानों के सुपुर्द किया गया।एसएसपी पवन कुमार ने कहा कि सभी ट्रैफिक इंस्पेक्टर, ट्रैफिक दारोगा एवं यातायात पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए है कि नियमित रूप से बगैर परमिट के संचालित और परमिट की शर्तों का उल्लंघन करते हुए संचालित की जा रही बसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई रोजाना की जाए। ताकि इन बसों का संचालन बंद कराया जा सके।

256 डीजल-पेट्रोल वाहन हुए सीज:
सुप्रीमकोर्ट एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) आदेश के अनुपालन में जिले में संभागीय परिवहन विभाग ने अभियान चलाते हुए 1 नवंबर से 9 दिसंबर तक डीजल और पेट्रोल के 10 साल और 15 साल पुराने कुल 256 वाहनों को बंद करने की कार्रवाई की हैं। एआरटीओ प्रवर्तन राघवेंद्र सिंह ने बताया कि वायु प्रदूषण की गुणवत्ता को दृष्टिगत रखते हुए 10 साल पुराने डीजल के वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जा रहा हैं। एआरटीओ ने बताया कि 1 नवंबर से 9 दिसंबर तक जिले में चलाए गए अभियान के तहत 161 डीजल वाहन और 95 पेट्रोल वाहनों को मिलाकर कुल 256 वाहनों को बंद करने की कार्रवाई की गई। उन्होंने वाहन स्वामियों, चालकों से अपील करते हुए कहा कि जो भी डीजल वाहन 10 साल और पेट्रोल के 15 साल की आयु वाहन पूरी कर चुके हैं। उन्का अनापत्ति प्रमाण पत्र एनसीआर को छोड़कर अन्य जनपद एवं राज्य के लिए जारी करा लें। अन्यथा ऐसे वाहनों का पंजीयन निरस्त करा लें।