कुपोषण के मूल कारणों की पहचान जरूरी: अस्मिता लाल

-जिला पोषण समिति की बैठक में सीडीओ ने दिए निर्देश

गाजियाबाद। गर्भवती महिला एवं शिशुओं के शुरुआती एक हजार दिनों में बेहतर पोषण अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है। बच्चे के मस्तिष्क और शारीरिक विकास के लिए इसे अतिआवश्यक माना जाता है। नवजात शिशुओं में होने वाले कुपोषण को दूर करने के लिए उसका समुचित उपचार करना जरूरी होता है लेकिन इसके पहले मूल कारणों की पहचान करना भी बहुत जरूरी है। यह बातें शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जिला पोषण समिति की बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा जिले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय लखनऊ द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित कुल 598 आंगनबाडी केंद्रों के सापेक्ष 568 पोषण वाटिका निर्मित करने का लक्ष्य दिया गया था। जिले में इस लक्ष्य को पूरा कर लिया गया। उन्होंने कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने की समीक्षा की।
समीक्षा में पाया गया कि सिर्फ 6 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र ही भेजा गया। सीडीओ ने कुपोषित बच्चों को पुनर्वास केंद्र में भेजने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं एएनएम को एनीमिया,कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीडीएस विभाग को निर्देश दिए। पोषण पुनर्वास केंद्र पर केयर टेकर का पद रिक्त होने पर सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग को जल्द ही रिक्त पद पर नियुक्ति करने के निर्देश दिए। किशोरी बालिकाओं में आयरन टेबलेट का वितरण सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए आयरन टेबलेट का वितरण के लिए विकास खंड स्तर से मांग पत्र लेकर आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा किशोरी बालिकाओं को आयरन टेबलेट के साथ ही पोष्टिक आहार,हरे पत्तेदार सब्जियॉ,दालें एवं गेहूं,ज्वार,बाजरा तथा चना मिश्रित आटे का उपयोग करने की सलाह दी गई। एएनएम एवं सीएचओ के माध्यम से ई-कवच एप पर सूचनाएं फीड किए जाने के निर्देश दिए गए। वहीं, सामुदायिक आधारित गतिविधियों में जनपद में कुल 1154 आंगनबाडी केंद्रों पर अन्नप्रासन और गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीडीओ ने प्रत्येक माह कलेंडर के अनुसार सामुदायिक गतिविधि आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। ताकि कार्यक्रम निर्धारित समय पर होते रहे। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी आदि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।