आईटीएस डेंटल कॉलेज में दो दिवसीय क्लीनिकल एकेडमिक एनहेन्समेंट कोर्स का आयोजन

कार्यक्रम में बीडीएस के 89 इंटर्न्स ने लिया भाग, तीन समूह में किया गया विभाजित

गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रोड़ स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज मुरादनगर के ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी, ओरल पैथोलॉजी एवं पब्लिक हैल्थ डेन्टिस्ट्री विभागों के द्वारा बीडीएस इंटर्न्स के लिए दो दिवसीय क्लीनिकल एकेडमिक एनहेन्समेंट कोर्स का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 89 इंटर्न्स ने भाग लिया जिसमें छात्रों को तीन समूह में विभाजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को दंत चिकित्सा के क्षेत्र में उनके क्लीनिकल ज्ञान में वृद्धि के साथ-साथ उन्हें नवीनतम उपचार की प्रक्रियाओं से अवगत कराना था। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पहले समूह को ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलॉजी विभाग की फैकल्टी द्वारा ”इमर्जिंग रोल ऑफ सीबीसीटी- ए. 3डी. इमेजिंग मोडेलिटी इन डेन्टिस्ट्री” विषय पर विभिन्न व्याख्यान एवं हैंड्स-ऑन प्रस्तुत किये गये जिसमें उन्होंने सभी छात्रों को सीबीसीटी के उपयोग की मूल प्रक्रिया के बारे में पूर्ण जानकारी दी गयी।

इसके साथ ही उन्होंने सीबीसीटी के प्रमुख और अन्य 2डी. और 3डी. इमेजिंग तौर-तरीकों के अंतर को रेखांकित किया तथा छात्रों को इमेज इंटरप्रिटेशन, नर्व ट्रेसिंग और आर्टिफैक्ट्स के बारे में प्रशिक्षित किया गया। इसके साथ ही छात्रों को इम्प्लांट प्लानिंग करने में सीबीसीटी की भूमिका पर हैंड्स-ऑन दिया गया और इसके साथ-साथ सिर और गर्दन के हिस्से के विभिन्न प्रकार की हड्डी की गुणवत्ता का आकलन करने के लिये सीबीसीटी सॉफ्टवेयर का अभ्यास करने के साथ छात्रों को इमेज को पढऩे एवं व्याख्या करने के लिये भी प्रशिक्षित किया।


ओरल पैथोलॉजी विभाग की फैकल्टी द्वारा भी ”एन अपडेट ऑन रिसेंट कॉन्सेप्ट एंड मेथोडोलॉजीस ऑफ चेयर साइड इन्वेस्टीगेशनस” एवं ”हैमोटोलॉजिकल इन्वेस्टीगेशन एंड रोल ऑफ पीआरपी एंड पीआरएफ इन डेन्टिस्ट्री” विषय पर विभिन्न व्याख्यान प्रस्तुत किए गए जिसमें उन्होंने सभी छात्रों को बताया की वह कैसे दंत चिकित्सा के अभ्यास में रिसर्च एवं विभिन्न प्रकार के अध्ययन करके अपने ज्ञान को बढ़ा सकते है। इसके साथ ही फैकल्टी द्वारा छात्रों को वाइटल स्टेनिंग, ऑटो फ्लोरोसेंस, वेल्स्कोपी, विजि़लाइट, एक्सफ़ोलीएटिव साइटोलॉजी और केओएच माउंट आदि सहित सभी हालिया क्लीनिकल प्रगति के बारे मे अवगत कराया। लेक्चर के बाद फैकल्टी द्वारा सभी छात्रों के लिए एक्सफोलीएटिव साइटोलॉजी, रोगियों पर पीएपी स्टेनिंग डेमोंस्ट्रेशन, टोलुइडिन ब्लू और फ्लोरोसेंट, केओएच माउंट और मॉर्फोमेट्रिक विश्लेषण पर लाइव डेमोन्ट्रेशन दिया गया।


पब्लिक हैल्थ डेन्टिस्ट्री विभाग की फैकल्टी ने भी सभी छात्रों को ”कैरीज रिस्क असेसमेंट” विषय पर विभिन्न व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। जिसमे में उन्होंने छात्रों को इस विषय से जुड़े जोखिमों एवं उसके मूल्यांकन से अवगत कराया तथा छात्रों ने कैरिओग्राम और कैम्ब्रा रिस्क असेसमेंट का बढ़-चढ़ कर अभ्यास किया तथा फैकल्टी द्वारा इस विषय के बारे मे चर्चा भी की। इसके साथ छात्रों को कैरिओग्राम का उपयोग करके कैरीज रिस्क असेसमेंट पर हैंड्स-ऑन दिया गया तथा छात्रों ने विशेषज्ञ की निगरानी में रोगियों पर इसका अभ्यास भी किया। इसके बाद छात्रों को कैम्ब्रा विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया तथा छात्रों को मरीज पर डेमोंस्ट्रेशन भी दिया गया। जिसके उपयोग से सभी छात्र रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान कर सकते है।