उत्तराखंड से नकली दवाई मंगाकर गाजियाबाद में करते थे सप्लाई, चार गिरफ्तार

गाजियाबाद। उत्तराखंड से नकली दवाई मंगाकर गाजियाबाद में बेचने वाले चार शातिरों को घंटाघर कोतवाली पुलिस एवं स्वॉट टीम की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से नकली दवाईयों के 30 डिब्बे, 26 रबड की फर्जी मोहर व 4 मोबाइल फोन बरामद किया है। डीसीपी (नगर) निपुण अग्रवाल ने एसीपी (नगर) निमिष पाटिल की मौजूदगी में बताया कि शनिवार रात को मुखबिर से सूचना मिली की कुछ लोग बाहर से नकली दवाई मंगाकर गाजियाबाद में बेच रहे है। जिससे लोगों की स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।

सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए स्वॉट टीम और घंटाघर कोतवाली पुलिस की टीम गठित की गई। टीम ने कार्रवाई करते हुए रेलवे स्टेशन के पास माल गोदाम यात्री शेड से श्रीपाल पुत्र भगवान निवासी ग्राम हींगवाडा बुलंदशहर, मुकेश पुत्र बिजेन्द्र प्रताप निवासी प्लेटिनम सोसाईटी सदरपुर नोएडा, साबेज उर्फ शानू पुत्र सरफराज निवासी द्वारकापुरी दिल्ली गेट गाजियाबाद और पुनीत मित्तल पुत्र विरेन्द्र कुमार मित्तल निवासी पटेल नगर को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से नकली दवाई के डिब्बे और रबड़ की फर्जी मोहर व मोबाइल बरामद किया गया।


उन्होंने बताया पकड़े गए आरोपी कोटद्वार उत्तराखंड निवासी एक व्यक्ति से नकली दवाई मंगाते थे और उन दवाईयों को गाजियाबाद में सप्लाई करने के लिए एक अन्य व्यक्ति को देते थे। जो आगे गाजियाबाद की दुकानों पर बेचता था। एसीपी निमिष पाटिल ने बताया पकड़े गए आरोपी सप्लायर है, जो उत्तराखंड से दवाई मंगाकर गाजियाबाद में बेचने के लिए एक अन्य व्यक्ति से संपर्क किया हुआ थ। जो कि फरार है।

फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि गाजियाबाद में कहां-कहां नकली दवाईयों की सप्लाई दी है। इनकी कीमत लगभग आठ लाख रुपए बताई जा रही है। फिलहाल नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं। राजकीय विश्लेषक की रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा कि ये दवाइयां किस प्रकार की थीं। प्रथमदृष्ट्या देखने में ये नकली लग रही हैं। बता दें कि ऑगमेंटिन 625 की 2000 टैबलेट और अल्ट्रासेट की 1500 टैबलेट जब्त की गई हैं।