11 साल से लूट में फरार कच्छा बनियान गिरोह का शातिर 25 हजार इनामी गिरफ्तार

गाजियाबाद। 11 साल से लूट मामले में फरार कच्छा बनियान गिरोह (पारदी गैंग) मध्यप्रदेश का शातिर 25 हजार इनामी को क्राइम की टीम ने गिरफ्तार करते हुए इंदिरापुरम में हुई लूट की घटना का खुलासा किया है। पकड़ा गया आरोपी कच्छा बनियान पहन कर हथियारों से लैस होकर लूट, चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी जिले को छोड़कर दुसरे राज्य में जाकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे। हरसांव पुलिस लाइन में मंगलवार को अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) सच्चिदानन्द ने लूट की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी एवं इंदिरापुरम पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार देर रात वीरू पुत्र कमल सिंह उर्फ कमले निवासी मौहल्ला हड्डी मिल जनपद गुना मध्य प्रदेश को इंदिरापुरम क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।

23 अप्रैल 2012 को कच्छा बनियान पहने हथियारो से लैस बदमाशों ने इंदिरापुरम नितिखंड-1 निवासी डॉ. सुखवीर सिंह पुत्र श्री राम निवासी के घर में घुसकर तमंचे के बट से वार कर सभी घरवालों को एक कमरे में बंधक बनाकर घर की अलमारियो में रखे नगदी व सोने चांदी के जेवरात कुल कीमत करीब 15 लाख रूपये लूटकर फरार हो गए थे। पीडि़त द्वारा इंदिरापुरम थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उक्त घटना को पारदी गैंग ने अंजाम दिया था। जिसमें से एक साथी मिथुन गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। वीरू पुत्र कमल सिंह उर्फ कमले लगातार फरार चल रहा था, जिसकी काफी तलाश की गयी, मगर सफलता नही मिली। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया गया। उन्होंने बताया पकड़ा गया आरोपी अनपढ़ है और मध्य प्रदेश का निवासी है। यह लोग गैंग बनाकर देश के विभिन्न राज्यों में लूट, डकैती की घटनाओं को अंजाम देते थे।

जिस राज्य में घटना को अंजाम देना होता था, वहां पहले गली-गली खिलौने, गुलदस्ते आदि की फेरी लगाकर रैकी करते थे। रैकी के दौरान देख लेते थे कि किस मकान में आसानी से घटना को अंजाम दिया सकता है। फिर रात होने पर कच्छा बनियान पहन कर शरीर पर तेल लगाकर असलाह व सरिये लेकर मकान में घुस जाते थे। विरोध करने पर मारपीट कर घायल कर देते और कमरें में बंद कर देते थे। घरों में रखी ज्वैलरी, नगदी लेकर फरार राज्य को छोड़ कर अपने प्रदेश भाग जाते थे। क्योंकि आरोपियों का गांव मध्यप्रदेश के गुना जनपद में काफी अन्दर पिछड़ा एरिया है। उक्त पारदी जनजाति के काफी लोग लूट, डकैती एवं चोरी का ही काम करते है। पिछले कई वर्षों बाद दोबारा इंदिरापुरम में घटना को अंजाम देने के लिए आया था। जिसे टीम ने गिरफ्तार कर लिया।