गाजियाबाद के अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला व बच्चे की मौत

गाजियाबाद। संयुक्त अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला व बच्चे की मौत हो गई। महिला और बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामा देख डॉक्टरों ने शव को पुलिस के सुपर्द कर दिया। मगर परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और शव को घर ले गए।
गुरुवार को मसूरी केद गांव भूढगढ़ी निवासी समीर की पत्नी शाहिदा को प्रसव पीड़ा हो रही थी। समीर ने आशा कार्यकर्ता कृष्णा को घर पर बुलाया। आशा कार्यकर्ता ने प्रसव पीड़ा तेज देख शाहिदा को सीएचसी डासना की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने महिला की हालत गंभीर देख उसे संजय नगर संयुक्त अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

सुबह करीब 7 महिला को संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में तैना डॉक्टरों ने महिला को बचाने का हर संभव प्रयास किया। मगर प्रसव के दौरान महिला व पेट में पल रहे बच्चे दोनों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने शव को मोर्चरी में रख दिया। मगर परिजनों ने इस पर हंगामा शुरु कर दिया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बाद में परिजन बिना पोस्टर्माटम कराए ही शव को घर लेकर चले गए।

वहीं सीएमओ डॉ भवतोष शंखधर ने बताया कि उक्त मामले की जांच कराई जाएगी। अगर डॉक्टरों की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि जनपद में अप्रैल से लेकर अब तक प्रसव के दौरान 13 महिलाओं की मौत हो चुकी है। डीएम के निर्देश पर अब मातृ मृत्यु को लेकर घर जाकर परिजन के बयान के आधार पर ही डैथ आडिट की व्यवस्था लागू की गई है।