पश्चिम बंगाल में फिर कैश कांड, क्या रूखसत होगी झारखंड सरकार ?

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बाद कांग्रेस का कैश कांड सामने आने से सियासत गरमा गई है। पश्चिम बंगाल में झारखंड के 3 कांग्रेस विधायक भारी-भरकम कैश के साथ सफर करते रंगे-हाथों पकड़े गए हैं। पुलिस द्वारा 48 से 50 लाख रुपए कैश बरामद किया गया है। छानबीन के बाद तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। विवाद बढ़ने पर कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर तीनों विधायकों को सस्पेंड भी कर दिया गया है। मोटा कैश लेकर कांग्रेसी विधायक कहां जा रहे थे, यह जांच का विषय है। कैश कहां से आया और कहां इस्तेमाल होना था, इसकी भी जांच होना बाकी है। फिलहाल कांग्रेस की फजीहत खूब हो रही है।

पश्चिम बंगाल में दूसरा कैश कांड
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ समय में दूसरा कैश कांड सामने आया है। इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने ममता बनर्जी सरकार के कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सौमित्रा मुखर्जी के अलग-अलग फ्लैट पर छापा मारकर भारी कैश और जेवरात बरामद किए थे। इस प्रकरण के प्रकाश में आने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया था। फिलहाल पार्थ चटर्जी और सौमित्रा मुखर्जी दोनों ईडी की हिरासत में हैं। गिरफ्तारी के बाद सौमित्रा ने पूर्व मंत्री पार्थ पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि पार्थ चटर्जी ने उनके मकान को मिनी बैंक बना रखा था।

कांग्रेस के तीनों विधायक सस्पेंड
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कैश कांड का खुलासा होने पर कांग्रेस असहज स्थिति में है। झारखंड कांग्रेस के विधायक विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल को पार्टी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है। तीनों विधायकों के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। कांग्रेस विधायक अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह ने इस संबंध में अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस नेता अनूप सिंह का कहना है कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर पुलिस में शिकायत की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के खिलाफ साजिश रची गई थी। पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी कहा कि यह गठबंधन सरकार के खिलाफ साजिश का मामला है। पार्टी द्वारा जल्द इस संबंध में षडयंत्र का खुलासा किया जाएगा।

कांग्रेस का भाजपा पर हमला
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कैश कांड पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि झारखंड में भाजपा का ऑपरेशन लोटस हावड़ा में बेनकाब हो गया। दिल्ली में हम दो का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है, जो उन्होंने महाराष्ट्र में ई-डी (एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस) की जोड़ी से करवाया। वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सभी ने देखा कि कैसे सरकारों को गिराने का केंद्र बिंदु अब असम बन गया है। 15 दिनों तक ड्रामा हुआ और आखिरकार महाराष्ट्र सरकार गिरा दी गई। यह इस ओर इंगित करता है कि झारखंड में भी सरकार को अस्थिर करने की साजिश हो रही है। आने वाले समय में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

भाजपा का पलटवार, लूट में लगे एमएलए
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। झारखंड भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने आरोप मढ़ा है कि राज्य सरकार ही नहीं, कांग्रेस विधायक भी लूट में लगे हैं। विधायकों को बताना चाहिए कि उन्हें इतनी रकम कहां से मिली। वे जनता की मेहनत की कमाई का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा के राज्य महासचिव आदित्य साहू ने भी कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। इससे पहले भी झारखंड में अधिकारियों के घरों में भारी मात्रा में कैश पकड़ा गया था। वे जनता की गाढ़ी कमाई का उपयोग दूसरे कार्यों में करते हैं। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और यह सामने आ गया है।