किसानों का हल्ला बोल, हाईवे पर यातायात रोका

-केंद्र सरकार द्वारा पारित 3 कृषि अध्यादेश का विरोध, पुलिस से झड़प

उदय भूमि ब्यूरो
कुरुक्षेत्र। केंद्र सरकार द्वारा मंजूर 3 कृषि अध्यादेश पर विवाद बढ़ गया है। सरकार के फैसले से नाराज किसानों ने गुरुवार को हरियाणा में शक्ति प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी का इजहार किया। गुस्साए किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम कर जमकर हंगामा किया। सरकार से इन अध्यादेश को वापस लेने की पुरजोर मांग की गई। ऐसे में एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल मुस्तैद रहा। सरकार विरोधी प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ ने अग्रणी भूमिका निभाई। भारतीय किसान संघ आरएसएस की इकाई है। नाराज किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर पथराव तक कर दिया। किसान संघ का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इससे हालात ज्यादा बिगड़ सकते थे। सैकड़ों किसान एकजुट होकर पिपली चौक तक पहुंचे और पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने वहां खड़ी दमकल की गाड़ी की खिड़की के शीशे भी क्षतिग्रस्त कर दिए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बाद में प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग-22 पर धरना देकर बैठ गए। किसान बचाओ, मंडी बचाओ रैली के लिए किसानों को पिपली अनाज मंडी में पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन ने मजबूत नाकेबंदी की थी। इसके बावजूद कई किसान वहां पहुंचने में सफल रहे। कुरुक्षेत्र शहर में दयालपुर चौराहे पर पुलिस बैरियर को पीछे धकेल कर ट्रैक्टर आदि वाहनों पर सवार लगभग सौ किसानों ने पिपली की तरफ प्रस्थान किया। किसान नेता अक्षय हाथीरा ने बताया कि राज्य सरकार रैली को प्रतिबंधित कर और सीआरपीसी की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर किसानों की आवाज को रोकने की कोशिश कर रही थी। उधर, पिपली मंडी और इसके आस-पास के क्षेत्रों को पुलिस ने सील कर दिया। ऐसे में कई घंटे तक पुलिस और किसानों के मध्य तनातनी चलती रही।