दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम का ऐलान
इंदौर की बादशाहत भी कायम, 5वीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना
नई दिल्ली। वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण का परिणाम घोषित हो गया है। इसमें वाराणसी ने कमाल कर दिखाया है। सबसे साफ गंगा शहर की श्रेणी में वाराणसी टॉपर रहा है। इसके अलावा देश का सबसे स्वच्छ राज्य का सम्मान छत्तीसगढ़ के हिस्से आया है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने भी अपनी बादशाहत को 5वीं बार कायम रखा है। इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इस मामले में सूरत शहर को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा है। विज्ञान भवन नई दिल्ली में शनिवार को आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे घोषित किए गए।
इस दौरान मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। गांधी जी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जन-आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया। 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी कामयाबी देश की सोच में परिवर्तन आना है।
उधर, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने बताया है कि स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तहत भारत को कचरा-मुक्त बनाने के पीएम मोदी के नजरिए की तर्ज पर कचरा-मुक्त शहरों की श्रेणी के तहत प्रमाणित शहरों को इस समारोह में भी पुरस्कृत किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में 4 हजार 320 शहरों-नगरों को सम्मिलित किया गया।
यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है। साल 2016 में इस कदम की शुरुआत हुई थी। उस समय महज 73 प्रमुख शहरों को सर्वेक्षण में जगह दी गई थी। उधर, वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे आने के बाद वाराणसी शहर में जश्न का माहौल है। वाराणसी नगर निगम के प्रयासों को खूब सराहा जा रहा है। खास बात यह भी है कि वाराणसी के नगरायुक्त गाजियाबाद शहर के रहने वाले हैं। उन्हें भी खूब बधाई मिल रही है।