83 औद्योगिक भूखंड का आवंटन, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को मिलेंगे 173 करोड़

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की औद्योगिक भूखंड योजना कामयाब रही है। 83 भूखंडों की इस योजना का ड्रा शुक्रवार को पूर्ण हो गया। सभी भूखंड एकमुश्त भुगतान पर आवंटित कर दिए गए। इससे ग्रेनो प्राधिकरण को लगभग 173 करोड़ रुपए की आय होगी। इसके अलावा 600 से 700 करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश होगा और 2 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। इन भूखंंडों के लिए करीब 1450 आवेदन थे। भूखंडों की संख्या से 17 गुना से भी अधिक आवेदन मिले। इनमें से अधिकतर आवेदकों ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना था। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण के निर्देश पर उद्योग विभाग ने विगत नवंबर को सेक्टर ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन और इकोटेक -6 में 90 भूखंडों की योजना लॉन्च की थी। इस योजना में आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर निर्धारित थी। इनमें से 83 भूखंड 4 हजार वर्ग मीटर से कम क्षेत्र के थे। इन भूखंडों के लिए करीब 1450 आवेदन आए हैं, जिनमें से 1350 से अधिक आवेदकों ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में शुक्रवार को एसीईओ दीप चंद्र, जीएम (वित्त) एचपी वर्मा, इंडस्ट्री के प्रभारी ओसएडी संतोष कुमार, जीएम (प्रोजेक्ट) एके अरोड़ा, जीएम (नियोजन) मीना भार्गव की मौजूदगी में ड्रा शुरू हुआ। आवेदकों से ही पर्ची निकलवाई गई। पारदर्शिता के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई। ड्रा शाम करीब 6 बजे खत्म हुआ। ज्यादातर आवेदकों ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना था। इन सभी 83 भूखंडों के आवंटन उन आवेदकों के बीच ड्रा के जरिए हुए। प्राधिकरण के उद्योग विभाग के प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि इन उद्यमियों को आवंटन राशि जमा करने के लिए शीघ्र ही पत्र जारी कर दिए जाएंगे।

प्लॉट की रकम मिलते ही लीज डीड करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इन भूखंडों पर ग्रीन कैटेगरी (नॉन पोल्यूटिंग कैटेगरी) के सभी तरह के उद्योग लगेंगे। इन सभी भूखंडों के आवंटित होने पर प्राधिकरण को करीब 173 करोड़ रुपये की आमदनी होगी, जबकि 600 से 700 करोड़ रुपये के निवेश और 2000 लोगों को रोजगार का भी आकलन है। प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने कहा है कि 83 भूखंडों के लिए 1450 आवेदन आना और 1350 से अधिक आवेदन एकमुश्त भुगतान का होना यह दिखाता है कि ग्रेटर नोएडा उद्यमियों के निवेश के लिए पसंदीदा शहर बन चुका है। औद्योगिक भूखंडों के लिए 17 गुना से भी अधिक आवेदन प्राप्त हुए। देश-विदेश के उद्यमी ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए बहुत उत्सुक हैं।