स्वच्छ सर्वेक्षण : अच्छी पॉजिशन के लिए ग्रेनो प्राधिकरण के प्रयास

वेस्ट सेंटर की होगी स्थापना, सूखे कूड़े का किया जाएगा निस्तारण
सीईओ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में दिए निर्देश

ग्रेटर नोएडा। स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में अच्छी पॉजिशन पाने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण हरसंभव कोशिशें कर रहा है। इसके लिए कवायद और तेज कर दी गई है। शहर में वेस्ट सेंटर की स्थापना करने की तैयारी चल रही है। यह सेंटर 1500-2000 वर्ग मीटर में बनेगा। वहां सूखे कूड़े को एकत्र कर निस्तारण किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण ने इस संबंध में शुक्रवार को यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) व एचडीएफसी बैंक के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। ऐसे में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट (ठोस कचरा प्रबंधन) से संबंधित विभिन्न योजनाओं को गति दिए जाने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में डिसेंट्रलाइज्ड वेस्ट, रैमिडियेशन, सीएंडडी वेस्ट, शौचालय इत्यादि पर चर्चा कर परियोजनाओं को जल्द आगे बढ़ाने का निर्देश दिया गया। ग्रेटर नोएडा में यूएनडीपी की टीम के साथ एचडीएफसी बैंक की मदद से सीएसआर गतिविधियों के अंतर्गत वेस्ट सेंटर की स्थापना पर प्रस्तुतिकरण के जरिए चर्चा की गई। सेंटर की स्थापना के लिए स्वास्थ्य विभाग को आदेशित किया गया। स्वास्थ्य विभाग प्रस्तुतिकरण का विस्तृत परीक्षण कर विभाग की आख्या शीघ्र उपलब्ध कराएगा, जिससे आगे की कार्रवाई कर जल्द परियोजना आरंभ की जा सकेगी। वेस्ट सेंटर में शहर के विभिन्न स्थानों से सूखा कूड़ा एकत्र कर पहुंचाया जाएगा। वहां कूड़े को अलग-अलग कर निस्तारित किया जाएगा।

सेंटर की स्थापना व संचालन 4 साल तक एचडीएफसी बैंक करेगा। तदुपरांत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्रवाई करेगा। यूएनडीपी की टीमों द्वारा इकनॉमिकली सस्टेनेबल मॉडल की तर्ज पर सेंटर को विकसित किया जाएगा। वेस्ट सेंटर में मेटेरियल रिकवरी फेसिलिटी (एमआरएफ) की सुविधा उपलब्ध होगी और प्रत्येक घर से कूड़ा संग्रहित कर एमआरएफ में निस्तारित किया जाएगा। साथ एक एप भी विकसित किया जाएगा, जिसमें सूखे कूड़े को उठाने, अलग-अलग करने व निस्तारण की सूचना उपलब्ध होगी। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीप चंद्र, विशेष कार्याधिकारी सचिन कुमार सिंह, शिव प्रताप शुक्ला, महाप्रबंधक परियोजना ए.के. अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।