यमुना प्राधिकरण की मेडिकल डिवाइस पार्क में जापान कोरिया और इजरायल की दिलचस्पी गुजरात में इंडिया द फ्यूचर मेडकेट हब कार्यक्रम में एसीईओ कपिल सिंह ने दिया प्रजेंटेशन

मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश के लिए केंद्र सरकार द्वारा गांधीनगर में 17 से 19 अगस्त तक इंडिया द फ्यूचर मेडटेक हब कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिक की सचिव एस अपर्णा ने चारों राज्यों के मेडिकल डिवाइस पार्क के प्रजेंटेशन को देखा। अब तक सबसे अधिक काम यमुना प्राधिकरण के प्रोजेक्ट में हुए हैं। इसके लिए उन्होंने यमुना प्राधिकरण की सराहना की। गांधी नगर में हुए कार्यक्रम में यमुना प्राधिरकण के एसीईओ कपिल सिंह के साथ ओएसडी शैलेंद्र भाटिया और सीईओ के स्टॉफ ऑफिसर नंद किशोर सुंदिरायल शामिल हुए। यहां यीडा के एमडीपी स्टाल में देश विदेश की कंपनियों के प्रतिनिधि पहुंचे। जापान, दक्षिण कोरिया और इजरायल की मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों में खासी रुचि दिखाई। उन्होंने यहां पर निवेश के लिए अपनी बात रखी है।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वन ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लिए अधिक से अधिक औद्योगिक निवेश और औद्योगीकरण की जरूरत है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है। इसका परिणाम है कि यमुना सिटी में सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी निवेशक भी बड़ी संख्या में निवेश कर रहे हैं। पिछले सप्ताह गुजरात में हुए इंडिया द फ्यूचर मेडटेक हब कार्यक्रम में भी इसकी धमक दिखाई दी। यमुना प्राधिकरण के मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना में जापान, दक्षिण कोरिया और इजरायल की कंपनियों ने निवेश को लेकर खासी दिलचस्पी दिखाई। जल्द ही इन देशों के उद्यमी ग्रेटर नोएडा आएंगे और निवेश करेंगे। इंडिया द फ्यूचर मेडटेक हब कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए यमुना प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) कपिल सिंह ने यीडा क्षेत्र में विकासित किये जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना और अन्य विकास परियोजनाओं को लेकर प्रजेंटेशन दिया। एसीईओ ने कार्यक्रम में मौजूद देश विदेश के मेडिकल क्षेत्र के अग्रणी कंपनियों के अधिकारियों को यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने पर मिलने वाले लाभ और भविष्य की संभावनाओं को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह से आज उत्तर प्रदेश उद्यमियों की मदद कर रहा है। कपिल सिंह ने कहा कि भारत को विश्व की फार्मेसी कहा जाता है, लेकिन अब मेडिकल उपकरण के क्षेत्र में भी भारत का डंका बजेगा और इसमें यमुना प्राधिकरण क्षेत्र का मेडिकल डिवाइस पार्क महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


कार्यक्रम में यमुना प्राधिकरण के मेडिकल डिवाइस पार्क की प्रगति की सराहना की गई। केंद्र सरकार के अफसरों ने अन्य राज्यों से भी यमुना प्राधिकरण की ही तरह मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना पर काम करने की बात कही। तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किए जा रहे हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश के लिए केंद्र सरकार द्वारा गांधीनगर में 17 से 19 अगस्त तक इंडिया द फ्यूचर मेडटेक हब कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिक की सचिव एस अपर्णा ने चारों राज्यों के मेडिकल डिवाइस पार्क के प्रजेंटेशन को देखा। अब तक सबसे अधिक काम यमुना प्राधिकरण के एमडीपी में हुए हैं। इसके लिए उन्होंने यमुना प्राधिकरण की सराहना की। गांधी नगर में हुए कार्यक्रम में यमुना प्राधिरकण के एसीईओ कपिल सिंह के साथ ओएसडी शैलेंद्र भाटिया और सीईओ के स्टॉफ ऑफिसर नंद किशोर सुंदिरायल भी शामिल हुए। यहां यमुना प्राधिकरण के एमडीपी के लगे स्टाल में देश विदेश की कंपनियों के प्रतिनिधि पहुंचे। जापान, दक्षिण कोरिया और इजरायल की मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों में खासी रुचि दिखाई। उन्होंने यहां पर निवेश के लिए अपनी बात रखी है।