नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में दिखेगी बनारस घाट और भव्य उत्तर प्रदेश की झलक

-एयरपोर्ट पर दिखेगा घर से आंगन और कला और संस्कृति की आलौकिक आकृति

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भव्य रुप देने के लिए कवायद तेज हो गई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को इस तरह से बनाया जा रहा है, जहां आपको एक भव्य उत्तर प्रदेश का दृश्य दिखाई देगा। विदेश जाने वाले लोग भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अंदर उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक स्थानों की आकृति देख सकते है। जिसे लेकर डिजाइन बनाया गया है। भारत के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के परिसर में एंट्री करने पर ही आपको ऐसा लगेगा कि आपके सामने घर का आंगन है। अंदर हरियाली युक्त पेड़ पौधे और बैठने के लिए आंगन होगा। कला और संस्कृति के लिहाज से भी इस एयरपोर्ट को तैयार किया जा रहा है।

गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में बनारस के घाट और भव्य उत्तर प्रदेश की झलक दिखाई देगी। जिसका डिजाइन इसी तरीके से किया जा रहा है।
विदेश जाने वाले और विदेश से आने वाले लोगों को उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक स्थानों की झलक दिखाई देगी। जो अपने आपमें आलौकिक होगी। एयरपोर्ट के बाहर की सीढिय़ों को बनारस के घाट की तरह बनाया जा रहा है। इसके अलावा आपको एयरपोर्ट के अंदर भारतीय वास्तुकला के भी दर्शन होंगे। यात्री टर्मिनल में बारीक कला से बनी जालीदार स्क्रीन हैं, जो भारतीय वास्तुकला से प्रेरित करेगी। इसके अलावा हवेली के रूप का एहसास आप प्रदान कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवंबर 2021 को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्रेलमन ने बताया कि किसी भी सूरत में सितंबर 2024 तक गौतमबुद्ध नगर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाएगा। पहले चरण में यानी कि 2024 में ऐसा दिन आएगा, जब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक महीने में 10 लाख हवाई यात्रा करेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य के लिए फिलहाल 1 हजार मजदूर कार्य कर रहे हैं, लेकिन इनकी संख्या अधिकतम 5 हजार की जा रही है। यानी कि 5 हजार मजदूर भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट को बनाने में अपने काम को अंजाम दे रहे है।

किरण जैन व क्रिस्टोफ श्रेलमन ने बताया कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा 5,730 करोड़ रुपए की लागत से देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बन रहा है। यह एयरपोर्ट 1,300 हेक्टेयर जमीन में फैला हुआ है। इसका निर्माण चार चरण में किया जा रहा है। पहला चरण 2024 के सितंबर महीने तक पूरा हो जाएगा। पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों के लिए शुरू होगा। अंतिम और चौथा चरण पूरा होने पर एयरपोर्ट के दो टर्मिनल और 2 रनवे होंगे, जो एक साल में 70 मिलियन यात्रियों को संभालेंगे।

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर यह 29,560 करोड़ रुपए की परियोजना है।

प्रधानमंत्री का सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई सफर करे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने वाली कंपनी कहती है कि पश्चिमी यूपी का ये पहला एयरपोर्ट है। जिन्होंने इससे पहले कभी भी हवाई जहाज में सफर नहीं किया होगा। हम ऐसे आम लोगों के लिहाज से भी एयरपोर्ट को सुविधाजनक बनाएंगे। ताकि पहली बार आने वाले यात्री को ये बिल्कुल भी अहसास न हो कि वह किसी अनजान जगह पर पहुंच गया है। जहां उसे कुछ समझ नहीं आ रहा, ऐसे लोगों की मदद करने के लिए अलग से भी एक टीम तैनात होगी।