विवाद निपटाने को पुलिस अफसर को खानी पड़ी कसम

आश्वासन के बाद परिजनों ने किया शव का अंतिम संस्कार

ग्रेटर नोएडा। राष्ट्रीय राजमार्ग-91 पर युवक दीपक उर्फ चांद की हत्या के मामले में बुधवार को पुलिस की हालत खराब रही। पीड़ित परिवार ने शव का अंतिम संस्कार करने से साफ इंकार कर दिया। वारदात के तीसरे दिन भी पीड़ित परिजन फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। मामला शांत कराने को पुलिस को नया पैंतरा आजमाना पड़ा। एसओ बादलपुर ने बुधवार को अपने दोनों बच्चों की कसम खाकर प्रदर्शनकारियों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद दोपहर 2 बजे पीड़ित परिवार शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो सका। बता दें कि 1 मार्च को नेशनल हाईवे-91 पर शाम के समय दीपक उर्फ चांद की हत्या कर दी गई थी। दीपक पर चाकू से करीब 20 वार किए गए थे। पुलिस के मुताबिक दीपक आरोपी विपिन की बहन से फोन पर बात करता था, जिसे लेकर विपिन की कई बार दीपक से कहासुनी भी हो गई थी। सोमवार को उसने दीपक की हत्या कर दी। हत्या के कुछ घंटे बाद पुलिस ने विपिन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मंगलवार की दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद दीपक का शव गांव पहुंच गया। इसके बाद परिजनों ने शव को हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों को आरोप था कि हत्याकांड में विपिन के अन्य परिजन भी शामिल थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस के काफी समझाने पर परिजनों ने हाईवे खाली कर दिया। मगर फिर अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। एसीपी योगेंद्र सिंह और एसओ धर्मेंद्र शर्मा देर रात एक बजे तक परिजनों को अंतिम संस्कार के समझाते रहे। मगर परिजन तैयार नहीं थे। बुधवार दोपहर को एसओ धर्मेंद्र शर्मा ने अपने बच्चों की कसम खाकर लोगों को अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का आशवासन दिया। जिसके बाद अंतिम संस्कार हो सका।