– शारदा यूनिवर्सिटी में आयोजित सेमिनार में आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल एवं वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीरज सिंघल ने रखे विचार
उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। उद्यमियों के तकनीकि के इस्तेमाल के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने पर भी फोकस करना होगा। यदि हम अच्छी तकनीकि का उपयोग करेंगे तो हमारा प्रॉडक्ट बेहतर होगा, ठीक इसी तरह यदि हम अधिक लोगों को रोजगार देंगे तो हम अपने सामाजिक और राष्ट्रीय सरोकार का निर्वाहण करेंगे। उद्यमियों को इन दोनों बातों पर ध्यान देना चाहिये। मंगलवार को ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में ऑटोमेशन ए टूल टू इंप्रूव प्रोडक्टिविटी क्वालिटी एंड फ्लैगजिविलटी ऑफ एमएसएमई विषय पर आयोजित सेमिनार में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की इकोनॉमी को वन ट्रिलियन इकोनामी बनाने का जो लक्ष्य रखा है उसमें एमएसएमई का बड़ा रोल है। एमएसएमई सेक्टर देश में सबसे अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है। एमएसएमई को सबसे अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं चुनौतियों के बीच एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यमियों को नई तकनीकि के इस्तेमाल की तरफ भी फोकस करना चाहिये। आईआईए ग्रेटर नोएडा चैप्टर द्वारा आयोजित सेमिनार में शारदा यूनिवर्सिटी और मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज ने भी सहभाग किया। सेमिनार में एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि किस तरह इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर प्रॉडक्ट की गुणवत्ता बेहतर बनाने के साथ उसकी लागत को भी कम किया जा सकता है।
ग्रेटर नोएडा। उद्यमियों के तकनीकि के इस्तेमाल के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने पर भी फोकस करना होगा। यदि हम अच्छी तकनीकि का उपयोग करेंगे तो हमारा प्रॉडक्ट बेहतर होगा, ठीक इसी तरह यदि हम अधिक लोगों को रोजगार देंगे तो हम अपने सामाजिक और राष्ट्रीय सरोकार का निर्वाहण करेंगे। उद्यमियों को इन दोनों बातों पर ध्यान देना चाहिये। मंगलवार को ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में ऑटोमेशन ए टूल टू इंप्रूव प्रोडक्टिविटी क्वालिटी एंड फ्लैगजिविलटी ऑफ एमएसएमई विषय पर आयोजित सेमिनार में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की इकोनॉमी को वन ट्रिलियन इकोनामी बनाने का जो लक्ष्य रखा है उसमें एमएसएमई का बड़ा रोल है। एमएसएमई सेक्टर देश में सबसे अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है। एमएसएमई को सबसे अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं चुनौतियों के बीच एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यमियों को नई तकनीकि के इस्तेमाल की तरफ भी फोकस करना चाहिये। आईआईए ग्रेटर नोएडा चैप्टर द्वारा आयोजित सेमिनार में शारदा यूनिवर्सिटी और मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज ने भी सहभाग किया। सेमिनार में एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि किस तरह इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर प्रॉडक्ट की गुणवत्ता बेहतर बनाने के साथ उसकी लागत को भी कम किया जा सकता है।
सेमिनार में बतौर विशिष्ठ अतिथि उपस्थित इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीरज सिंघल ने कहा कि हमें व्यवहारिकता पर फोकस करना होगा। एमएसएमई की मौजूदा स्थिति उसके समक्ष चुनौतियां, कड़ी प्रतिष्पर्धा, खर्चीली तकनीकि सभी का आंकलन करते हुए आगे बढ़ना होगा। विदेशों में कंपनियां इतनी एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग करती है कि वहां गलतियों की संभावनाएं बेहद कम होती है। किसी भी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के समय इस बात पर ध्यान देना होगा कि वह कितना इंडस्ट्री फ्रेंडली है और उसके उपयोग से इंडस्ट्री से जुड़े सभी स्टेक होल्डर किस तरह से लाभान्वित होंगे। नीरज सिंघल ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उद्यमियों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के एजेंडा को आगे ले जाने के लिए सरकार की नई यूपी इंडस्ट्रियल पॉलिसी और सब्सिडी का पूरा फायदा उठाएं और अपने उद्योगों को विस्तार करें। इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से उधमी आए और उन्होंने इस कार्यक्रम में ऑटोमेशन एंड एनर्जी एफिशिएंसी, प्रोडक्टिविटी के गुण सीखें और अपने उद्योगों में टेक्नोलॉजी की संभावना पर गहन चर्चा की।
सेमिनार में गाजियाबाद, सिकंदराबाद, बुलंदशहर, नोएडा व ग्रेटर नोएडा से आए 100 से अधिक उद्यमी शामिल हुए। कार्यक्रम के संचालक न्यू टेक्नोलॉजी के चेयरमैन जेड रहमान ने उद्यमियों और एकेडमिक्स के बीच में सहयोग बनाने पर जोर डाला और टेक्नोलॉजी अपग्रेड करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए मिनिस्ट्री हाफ हेवी इंडस्ट्री (एमएचआई) का धन्यवाद किया और ग्रेटर नोएडा में जल्द स्थापित होने वाले टेक्निकल इन्नोवेशन सेंटर को लेकर जानकारी दी। शारदा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मधुकर ने अपने संबोधन में उद्यमियों को इस प्रस्तावित इनोवेशन सेंटर में अग्रसर भाग लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस टेक्निकल सेंटर में हर तरह की नई टेक्नोलॉजी पर सेमिनार व गोष्टी आगे भी आयोजित की जाएंगी। प्रोफेसर डॉ भीम सिंह ने कहा कि केमिस्ट्री से प्रोजेक्ट के बारे में कई दौर की चर्चा हो चुकी है और टेक्निकल सेंटर जल्द से जल्द ग्रेटर नोएडा में उद्योगों के लिए स्थापित किया जाएगा और इसमें प्रोटोटाइपिंग की भी सुविधा उपलब्ध होगी।
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के ग्रेटर नोएडा चैप्टर चेयरमैन जितेंद्र राणा ने विभिन्न जिलों से आए हुए उद्यमियों का आभार व्यक्त किया और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उनकी सराहना की। जितेंद्र राणा ने उद्यमियों ने आगे भी इस तरह के टेक्नोलॉजिकल सेमिनार में शामिल होने का आग्रह किया। इससे उद्यमी की जानकारी बढ़ेगी और उन्हें लाभ होगा। सेमिनार में बीआर भाटी (डिविजनल चेयरमैन), विशारद गौतम (चेयरमैन जैम कमेटी), मनोज कुमार चेयरमैन पीएनजी कमेटी, राजीव सूद (सीईसी) सरबजीत सिंह (सेक्रेटरी), राकेश बंसल (ट्रेजरर), अमित शर्मा , प्रमोद गुप्ता, मुकेश अग्रवाल, जामी, शिशूपम त्यागी, मनोज सृधदना हिमांशु पांडे, राकेश कुमार, जगदीश भाटी, सोमेश कौशिक, विजेंद्र गोयल, पीके शर्मा, मनीष गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, नितिन जैन चेयरमैन सिकंदराबाद चैप्टर, प्रदीप सिंघल चेयरमैन बुलंदशहर चैप्टर, विकास आदि मौजूद रहे।