भैरव स्थान में हुआ सरस्वती पूजा का आयोजन

– बुधवार को धूमधाम से हुआ प्रतिमा का विसर्जन

उदय भूमि संवाददाता
मधुबनी। विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा जिले में विभिन्न स्थानों पर धूमधाम से संपन्न हुई। बुधवार को जिले के विभिन्न पूजा स्थलों एवं पंडालों में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन नदियों एवं तालाबों में हुआ। सुगौना गांव स्थित बाबा भैरव स्थान में ग्रामीणों ने सरस्वती पूजा का आयोजन किया। बुधवार शाम प्रतिमा विसर्जन से पूर्व विसर्जन यात्रा निकाली गई। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए और माहौल भक्तिमय हो गया। लोगों ने गुलाल-अबीर लगाकर एक दूसरे को पूजा की शुभकामनाएं दी।हिदू पंचांग के अनुसार माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा होती है। मां सरस्वती शिक्षा की देवी हैं। वे ज्ञान, विद्या, बुद्धि, विवेक और पवित्रता की प्रतिमूर्ति हैं। मां सरस्वती की पूजा से बौद्धिक विकास होता है। मधुबनी जिला के सुगौना गांव स्थित भैरव स्थान में भव्य सरस्वती पूजन का आयोजन हुआ। मंगलवार को यहां मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने के बाद दो दिनों तक पूजा अर्चना की गई। पूजा अर्चना में शामिल सभी लोगों ने मां शारदे से ज्ञान का वरदान मांगा। बुधवार को प्रतिमा के विसर्जन के साथ सरस्वती पूजा का समापन हुआ। ट्रैक्टर ट्राली पर मां की प्रतिमा के साथ विसर्जन यात्रा निकाली गई। जिसमें भक्ति गीतों पर काफी देर तक श्रद्धालू झूमते रहे। श्रद्धालुओं ने गुलाल और अबीर लगाकर एक दूसरे का अभिवादन करते हुए खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर लोगों को प्रसाद बांटे गये। विसर्जन यात्रा में हीरानंद झा, आशीष, मनजीत, सौरभ, भावेश, गोलू, सुजीत, सूरज, नितेश दिलखुश, छोटू, ओंकार, दुर्गेश, सत्यम, सुंदरम, आशु, भवन, टिंकू सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।